चौबीसी मंदिर के जीर्णोद्धार से निकली 84 जैन प्राचीन प्रतिमाएं

चंदेरी, 01 अप्रैल । श्री दिगंबर जैन चौबीसी मंदिर में वेदियो का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। मंदिर के मूलनायक श्री अजितनाथ भगवान की वेदी के निष्ठापन के बाद शिखर के नीचे वेदी के ऊपर के स्थान से गत दिनो कार्य के दौरान धातु एवं पाषाण की 84 प्रतिमाये प्राप्त हुईं। प्राचीन प्रतिमा 12वीं शताब्दी से 17 वी शताब्दी तक की दुर्लभ प्राचीन प्रतिमाएं हैं। इन सभी 84 प्रतिमाओं का गुरूवार को सिद्धचक्र महामंडल विधान के साथ ही पूजन, अभिषेक, शांतिधारा की गई ।


श्री चौबीसी जैन मंदिर के अंदर अजितनाथ मूलनायक पंचायत बेदी के ऊपर व शिखर के नीचे जैन समाज के लोगों के द्वारा वेदी के जीर्णोद्धार किए जाने के दौरान अच्छी तरह से व्यवस्थित रखी हुई 84 प्रतिमाएं मिली हैं। सबसे बड़ी प्रतिमा पार्श्वनाथ भगवान की लगभग 9 इंची ऊंची है। दो प्रतिमाएं भगवान आदिनाथ की लग रही हैं।प्रतिमाओं का अभिषेक, शुद्धि, माजन कर मंदिर में विराजमान मुनिअभयसागर, प्रभात सागर,निरह सागर के द्वारा मंत्र उच्चारण अभिषेक रविवार को कराया गया। मूर्तियों पर उत्कीर्ण लिखावट आदि को पढ़ कर समझ कर मुनि महाराज ने प्रतिमाएं 12सौ वर्ष तक की पुरानी बताई है। चौबीसी जैन मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधको द्वारा बताया गया कि अजित नाथ भगवान की बेदी का कार्य समाज के लोगों द्वारा किया जा रहा था मंदिर में प्रतिमायें मिलने की खबर सुनकर जैन समाज के बाहर से काफी लोग दर्शन करने के लिए मंदिर में आ रहे हैं।

इस दौरान चंदेरी क्षेत्र के अलावा ललितपुर, मुंगावली, सागर, खुरई, गंज बासौदा , बीना, राहतगढ़, खनियाधाना ,बामोर, अशोकनगर , सहराई, ईसागढ़, गुना आदि जगह से सहधर्मी धर्मावलंबी पहुंच कर पूजन अभिषेक का लाभ ले रहे हैं । पूज्य मुनि श्री अभयसागर का कहना है हम सभी एक-एक णमोकार महामंत्र की जाप करे इस भावना से हम सभी को जल्द ही अतिशय क्षेत्र खंदागिरी के बड़े बाबा की मूर्ति का भी कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ होने वाला है खंदार गिरी में भी जल्दी नया इतिहास लिखा जाएगा।

सिद्धचक्र महामंडल विधान का हुआ समापन

पंचमकाल के जिनशासन के महाप्रभावक आचार्य गुरूवर श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के परम प्रभावकशिष्य मुनि श्री अभयसागर जी महाराज, मुनि श्री प्रभातसागर जी महाराज, मुनि श्री निरीहसागर जी महाराज के सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य नितिन भैया खुरैई, राजेश भैया टड़ा एवं दीपक भैया तेहरका के निर्देशन में सुरेश कुमार राजीव कुमार चंदेरी हाटकापुरा परिवार ने श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान व विश्वशांति महायज्ञ के पुण्यार्जक बने। श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का आयोजन स्थानीय बालोद्यान में 20 मार्च से चल रहा था जिस का समापन गुरूवार को विश्व शांति महायज्ञ के साथ संपन्न हुआ।

इनपुट-(हि.स.)

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