फेंफड़े लेकर जा रहे डॉक्टर का वाहन दुर्घटनाग्रस्त, नहीं रुके बचा ली मरीज का जान

मुंबई। एक डॉक्टर मुंबई से चेन्नई फेंफड़े लेकर निकले थे,अचानक उनका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। साथ चल चल रहे दूसरे बैकअप वाहन का सहारा लिया और चेन्नई पहुंचकर मरीज को लगा दिया। जिससे उसकी जान भी बच गई। ये जज्बा मुंबई के कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ संजीव जाधव में था। जिन्होंने डॉक्टर भगवान का रुप होता है,को साकार करने का प्रयास किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लेकिन सड़क हादसे के बावजूद वह रुके नहीं डॉ. जाधव और एक अन्य डॉक्टर टीम के अधिकांश सदस्यों के घायल होने के बाद भी उन्होंने अपनी यात्रा जारी रखी। डॉ. संजीव जाधव ने कहा कि सोमवार शाम को दुर्घटना में उन्हें चोटें आईं, लेकिन वे अपने निर्धारित कार्यक्रम के साथ आगे बढ़े और अपनी मेडिकल टीम की मदद से तमिलनाडु की राजधानी में 26 वर्षीय मरीज के फेफड़े की प्रत्यारोपण सर्जरी की।

मालूम हो कि डॉ. जाधव के साथ पुणे शहर के पास एक अस्पताल से फेफड़ों को ले जा रही एम्बुलेंस पिंपरी-चिंचवड़ टाउनशिप में दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जब वह यहां लोहेगांव हवाई अड्डे के लिए जा रही थी। इसके बाद वह एक बैकअप वाहन में चले गए जो एम्बुलेंस के पीछे चल रहा था और चेन्नई के लिए एक चार्टर विमान में चढ़ने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे।

नवी मुंबई में अपोलो अस्पताल के मुख्य कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. जाधव ने कहा कि हैरिस ब्रिज पर संदिग्ध टायर फटने के कारण हुई सड़क दुर्घटना के बाद, उन्होंने समय बर्बाद नहीं किया और तुरंत एम्बुलेंस के पीछे चल रहे दूसरे वाहन में चढ़ गए।

शाम करीब पांच बजे एंबुलेंस एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गई थी। हादसे के बाद मेडिकल टीम के कुछ सदस्य घायल ड्राइवर को अस्पताल ले जाने के लिए वहीं रुक गए। उन्होंने कहा कि वे हवाईअड्डे पहुंचे और चेन्नई जाने के लिए उड़ान भरने के लिए एक चार्टर्ड विमान में सवार हो गए। चार्टर फ्लाइट तय समय पर चेन्नई उतरी और रात करीब 8.30 बजे फेफड़े के साथ अपोलो अस्पताल पहुंचे. ट्रांसप्लांट मंगलवार देर रात करीब 1.30 बजे पूरा हुआ।

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