अपडेट म.प्र. : अंतरराज्यीय पेंगुलिन तस्करी के तीन फरार आरोपित गिरफ्तार

सिवनी, 04 जनवरी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत खवासा बफर परिक्षेत्र की टीम ने पेंच टाईगर रिजर्व में अंतरराज्यीय पेंगुलिन तस्करी के दर्ज अपराध में फरार तीन आरोपितों को सोमवार को छत्तीसगढ के कांकेर जेल से औपचारिक गिरफ्तारी कर लाया है। जिन्हें मंगलवार को जिला न्यायालय के समक्ष पेश कर 07 जनवरी तक फारेस्ट रिमांड में लिया गया है।


विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पेंच टाईगर रिजर्व में वर्ष 2015 में ग्राम जीरेवाडा निवासी गंगाप्रसाद पेगुलिन की तस्करी कर अन्य राज्यों में बेचता था जिसके बयान में विश्वजीत , परितोष, गौतम का नाम आया था। जिसमे फरार चल रहे तीन आरोपित क्रमशः विश्वजीत , परितोष, गौतम डल्ली ग्राम पंखाचूर जिला कांकेर निवासी को छत्तीसगढ के कांकेर जिले के वन विभाग की टीम ने मुखबिर की सूचना पर 17 दिसंबर 21 को कोरर थाने के पास लग्जरी कार में 53 किलो से ज्यादा पैंगोलिन की स्किल(खाल) के साथ गिरफ्तार किया था।
विभागीय सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ वन विभाग को सूचना मिली थी कुछ लोग पैंगोलिन की खाल लेकर कार से भानुप्रतापपुर पहुंचे हैं। और भानुप्रतापपुर से कांकेर की ओर जाने की फिराक में हैं। जिस पर टीम ने 17 दिसंबर 21 को कोरर थाने के पास से कार में सवार 6 लोगों क्रमशः पारितोष, अम्रित, गौतम, विश्वजीत, गणेश और सनातन को पेंगुलिन की 53 किलो सीपी के साथ गिरफ्तार किया था। जिसकी सूचना मध्यप्रदेश के वन विभाग को मिली जिस पर भोपाल स्तरीय अधिकारियों के निर्देशन पर पेंच टाईगर रिजर्व के खवासा बफर परिक्षेत्र के परिक्षेत्र अधिकारी राहुल उपाध्याय विभागीय टीम के साथ सोमवार को जिला न्यायालय से प्रोटेक्शन वांरट लेकर छत्तीसगढ कांकेर जिला न्यायालय के समक्ष गये तथा कांकेर जेल में बंद फरार तीनो आरोपितों को औपचारिक गिरफ्तारी कर सिवनी लाया जिन्हें मंगलवार को जिला न्यायालय सिवनी के समक्ष पेश कर 07 जनवरी तक फारेस्ट रिमांड में लिया गया है।
ज्ञात हो कि पैंगोलिन एक विलुप्त दुर्लभ प्रजाति का वन्यप्राणी है, जो अफ्रीका व एशिया में पाया जाता है। इसकी अलग-अलग प्रजातियां भी हैं। पैंगोलिन की हड्डियां और मांस की तस्करी अंतरराष्ट्रीय बाजार में होती है। जिसकी कीमत लाखों में है। इसके प्रयोग से यौनवर्धक दवाइयां भी बनाई जाती हैं।
पेंच टाईगर रिजर्व में वर्ष 2015 मे ंदर्ज वन अपराध के तार मिजोरम , महाराष्ट्र, छत्तीसगढ व अन्य राज्य से जुडे है जिनमें फरार तीन आरोपित छत्तीसगढ राज्य के थे। वहीं इस प्रकरण में फरार आरोपितों से पूछताछ के बाद नये नामों की आने की संभावनाएं है।

इस कार्यवाही में पेंच टाईगर रिजर्व के खवासा बफर के परिक्षेत्र अधिकारी राहुल उपाध्याय ,परिक्षेत्र सहायक सतीराम उइके, एसटीएफ भोपाल, बालाघाट फारेस्ट और पेंच प्रबंधन की टीम उपस्थित रही।


हिन्दुस्थान संवाद

follow hindusthan samvad on :