अंतरराज्यीय पेंगुलिन तस्करीः तीन फरार आरोपित पहुंचे जेल
सिवनी, 08 जनवरी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत खवासा बफर परिक्षेत्र की टीम ने पेंच टाईगर रिजर्व में अंतरराज्यीय पेंगुलिन तस्करी के दर्ज अपराध में फरार तीन आरोपितों को सोमवार को छत्तीसगढ के कांकेर जेल से औपचारिक गिरफ्तारी कर लाया है। जिन्हें मंगलवार को जिला न्यायालय के समक्ष पेश कर 07 जनवरी तक फारेस्ट रिमांड में लिया गया था। आरोपितों को शुक्रवार को जिला न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहां से जिला न्यायालय द्वारा 20 जनवरी 22 तक तीनो आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पेंच टाईगर रिजर्व में वर्ष 2015 में ग्राम जीरेवाडा निवासी गंगाप्रसाद पेगुलिन की तस्करी कर अन्य राज्यों में बेचता था जिसके बयान में विश्वजीत , परितोष, गौतम का नाम आया था। जिसमे फरार चल रहे तीन आरोपित क्रमशः विश्वजीत , परितोष, गौतम डल्ली ग्राम पंखाचूर जिला कांकेर निवासी को छत्तीसगढ के कांकेर जिले के वन विभाग की टीम ने मुखबिर की सूचना पर 17 दिसंबर 21 में कोरर थाने के पास लग्जरी कार में 53 किलो से ज्यादा पैंगोलिन की स्किल(खाल) के साथ गिरफ्तार किया था।
विभागीय सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ वन विभाग को सूचना मिली थी कुछ लोग पैंगोलिन की खाल लेकर कार से भानुप्रतापपुर पहुंचे हैं। और भानुप्रतापपुर से कांकेर की ओर जाने की फिराक में हैं। जिस पर टीम ने 17 दिसंबर 21 में कोरर थाने के पास से कार में सवार 6 लोगों क्रमशः पारितोष, अम्रित, गौतम, विश्वजीत, गणेश और सनातन को पेंगुलिन की 53 किलो सीपी के साथ गिरफ्तार किया था। जिसकी सूचना मध्यप्रदेश के वन विभाग को मिली जिस पर भोपाल स्तरीय अधिकारियों के निर्देशन पर पेंच टाईगर रिजर्व के खवासा बफर परिक्षेत्र के परिक्षेत्र अधिकारी राहुल उपाध्याय विभागीय टीम के साथ सोमवार को जिला न्यायालय से प्रोटेक्शन वांरट लेकर छत्तीसगढ कांकेर जिला न्यायालय के समक्ष गये तथा कांकेर जेल में बंद फरार तीनो आरोपितों को औपचारिक गिरफ्तारी कर सिवनी लाया जिन्हें मंगलवार को जिला न्यायालय सिवनी के समक्ष पेश कर 07 जनवरी तक फारेस्ट रिमांड में लिया गया है। इस दौरान आरोपितों ने अन्य नामों का भी खुलासा किया है जिसकी तलाश में पेंच प्रबंधन लगा हुआ है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीनो आरोपितों को शुक्रवार को जिला न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहां से न्यायालय द्वारा 20 जनवरी 22 तक तीनो आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस प्रकरण में बालाघाट वन विभाग द्वारा दर्ज एक प्रकरण में विश्वजीत और परितोष फरार थे जिसमें परितोष को प्रकरण में जमानत मिल चुकी है वहीं विश्वजीत फरार था जिसे बालाघाट वन विभाग की टीम पूछताछ के लिए ले जा सकती है। जिससे और भी अन्य नामो के आने की संभावनाएं और नये खुलासे होने की संभावनाएं है।
हिन्दुस्थान संवाद