ज्योतिष,वास्तुशास्त्र, धर्म-कर्म

ज्योतिष ज्ञान

भावाद्याय: लग्न भाव के अशुभ योग देहाधीशः सपापो व्ययरिपुमृतिगश्चेत्तदा देहसौख्यं,न स्याज्जन्तोर्निजक्क्षे व्ययरिपुमृतिपस्तत्फलस्यैव कर्ता।मूतौं चेत् क्रूरखेटस्तदनु तनुपतिः स्वीयवीर्येण हीनो,नानातंकाकुलः स्याद्व्रजति हि...

सन् 2022 मार्च माह में व्यावसायिक तेजी-मंदी एवं शेयर बाजार की भविष्यवाणी

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के परिभ्रमण का भूमण्डल के सभी जड़, चेतन पदार्थों की उत्पत्ति, लय, स्थिति पर प्रत्यक्ष प्रभाव...

Story of kalyug : शास्त्र अनुसार कलयुग का वृतांत

21000 हजार वर्ष का एक आरा होता है उसमें से विक्रम संवत 2026 वर्ष पूरें हो चुके है।21000-2026=18074 वर्ष बचें...

सुन्दरकाण्ड का पाठ कैसे अधिक लाभप्रद हो ?

हनुमान जी और उनके सुन्दरकाण्ड ,हनुमान चालीसा ,बाहुक ,अष्टक आदि का पाठ बहुधा हिन्दू घरों में होता है या अक्सर...

जन्मपत्रिका में राहु -केतु द्वारा निर्मित शुभाशुभ योग

1 अष्ट लक्ष्मी योग जन्मांग में राहु छठे स्थान में और वृहस्पति केंद्र में हो तो अष्ट लक्ष्मी योग बनता...

आवश्यक कार्य करने के लिए शुभाशुभ योग विचार (भाग१)

अक्सर देखने में आया है कि इंसान कार्य करता है परंतु उसे आशा के अनुसार सफलता नहीं मिलपाती अथवा कई...