माँ लक्ष्मी का बिल्व स्वरूप शिव ने क्यों माना बिल्ववृक्ष को शिवस्वरूप ?
नारदजी ने एक बार भोलेनाथ की स्तुति कर पूछा प्रभु आपको प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम और सुलभ साधन...
नारदजी ने एक बार भोलेनाथ की स्तुति कर पूछा प्रभु आपको प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम और सुलभ साधन...
कारक गुरु और पंचम स्थान से पंचम स्थान (नवम स्थान) पुत्र सुख का स्थान होता है। पंचम स्थान गुरु का...
यदि आप पर ग्रह-नक्षत्रों की बुरी दशा चल रही है या आप संकटों से घिरे हैं। यह भी हो सकता...
भगवान् भोलेनाथ सदैव उपकारी और हितकारी देव है, शास्त्रों के अनुसार त्रिदेवों में शिवजी को संहार के देवता भी माना...
भारत में शिव जी को भगवान के रूप में तथा देवी पार्वती को माँ की रूप में पूजा जाता है।...
भगवान श्रीराम और असुर सम्राट रावणकी जन्म कुंडली में काफीसमानताएं होते हुए भी ग्रहों के शुभाशुभ प्रभाव नेदोनों में से...
*मंदिर में परिक्रमा लेते समय भगवान या देवी की पीठ को प्रणाम करने का चलन बहुत हो गया है!*किसी भी...
साधना सामग्री : सिद्धि चक्र, सर्वकार्य सिद्धि कल्प, रुद्राक्ष माला|। यदि आप पारिवारिक कलह, घर में पितृ दोष से परेशान...
कभी-कभी न चाहते हुएभी जीवन में बहुत संघर्षकरना पड़ता है। भाग्य बिल्कुल भी साथनहीं देता साथ ही दुर्भाग्य निरन्तरपीछा करता...
आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है। गुरु पूर्णिमा वर्षा ऋतु...