वर्ष समाप्ति के अंतिम 5 दिन में सहकारी बैंक ने बनाया 66 करोड़ का ऋण वसूल का नया रिकार्ड
छिन्दवाड़ा, 29 मार्च। बैंक महाप्रबंधक कृष्ण कुमार सोनी के निर्देशन में जिला सहकारी बैंक की 24 शाखाओं से संबद्ध 146 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से वितरित अल्पकालीन फसल ऋण की वसूली के लिए बीते महीनों से निरंतर जारी ऋण वसूली अभियान वित्तीय वर्ष की समाप्ति के अंतिम 5 दिनों में पूरे चरमोत्कर्ष पर दिखाई दिया। किसानों ने शासन की महत्वाकांक्षी शून्य प्रतिशत ब्याज योजना के लाभ के लिए अपनी पात्रता सिद्ध करने उत्साहित होकर अपने कार्यक्षेत्र की समितियों में पहुंचकर बकायदा अपने ऋण की अदायगी की।
किसानों में इस प्रकार आई जागृति और उनकी स्वप्रेरणा के परिणाम स्वरूप वित्तीय वर्ष समाप्ति के अंतिम माह के शेष अंतिम 5 दिवस की ही ऋण वसूली 66 करोड़ रुपये के ऊपर पहुंच गई, जिससे बीते वर्षों में दर्ज बैंक वसूली का रिकार्ड इस बार टूट गया। वहीं संस्थाओं और शाखाओं में जमा हो रही ऋण वसूली राशि के उचित प्रबंधन के लिए बैंक के सारे वाहन और कर्मचारी सहित बैंक प्रबंधन देर रात तक जुटा रहा।
बैंक के प्रशासक जीएस.डेहरिया ने बताया कि प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से वर्ष 2020 -21 में भी अल्पकालीन फसल ऋण लेने वाले कृषको को शून्य प्रतिशत ब्याज सहायता दिए जाने के संबंध में शासन के निर्देशानुसार ऋण की ड्यू डेट पर चुकौती करने वाले कृषको को ही शून्य प्रतिशत ब्याज सहायता का लाभ प्राप्त हो सकेगा। जबकि डिफाल्टर कृषकों को राज्य शासन एवं केंद्र शासन शासन से प्राप्त होने वाली अतिरिक्त ब्याज अनुदान तथा प्रोत्साहन राशि की पात्रता नहीं होगी। यह राशि सात प्रतिशत की दर से कृषक को ही ऋण वितरण दिनांक से ड्यू दिनांक तक भुगतान करना होगा। इसे देखते हुए सहकारी समितियों के कर्मचारी समिति द्वारा वितरित चालू व कालातीत ऋण की वसूली के लिए कृषकों से व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें शासन की योजनाओं और बैंक कि शाखाओं व समितियों द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी लगातार दे रहे थे। बैंक मुख्यालय द्वारा भी कृषकों की सुविधाओं और हितो को देखते हुए बैंकिंग अवकाश में भी अभियान लगातार जारी रखने के निर्देश दिए गए थे।
उन्होंने कहा कि शासन की शून्य प्रतिशत ब्याज सहायता योजना को प्रतिसाद देते हुए कृषकों द्वारा स्वप्रेरणा से समय पर अपना ऋण जमा करके एक अच्छे कृषक होने का परिचय दिया है उसके लिए बैंक प्रबंधन ने उनका आभार व्यक्त करते हुए अनुरोध किया है कि वे अपनी आवश्यकता अनुसार 1 अप्रैल से पुनः अपना नया ऋण प्राप्त कर शासन की शून्य प्रतिशत ब्याज सहायता का लाभ उठा सकते हैं। इस संबंध में शाखा और समितियों को भी हमारे द्वारा निर्देशित किया गया है।
हिन्दुस्थान संवाद
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