M.P. Pench Park Black Panther: पेंच पार्क में नजर आई बघीरा की मनमोहक अठखेलियां, टायगर की साइटिंग देखकर उत्साहित हुये पर्यटक
सिवनी, 20अगस्त।विश्वविख्यात पेंच नेशनल पार्क के परिक्षेत्र खवासा अंतर्गत बफर के जंगल में काला तेंदुआ (ब्लैक लेपर्ड ) बघीरा शुक्रवार और शनिवार कोे फिर सैलानियों को नजर आया। काले तेंदुए को सैलानी बघीरा के नाम से पुकार रहे हैं। पर्यटक इसकी एक झलक पाने देश कोने-कोने (बेस्ट बंगाल, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश एवं अन्य प्रदेशों )से सफारी करने पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
जिसके मनमोहक अठखेलिया की फोटो फोटोग्राफर इमरान खान ने अपने कैमरे में कैद की है। वहीं शुक्रवार एवं शनिवार को चार टायगर की साइटिंग पर्यटकों ने देखी है जिससे पर्यटक काफी उत्साहित है।
ज्ञात हो कि बीते वर्ष तेलिया बफर के अर्जुन मट्ठा में ब्लैक लेपर्ड को करीब से देखकर सैलानियों का खुशी दोगुनी हो गई। काला तेंदुआ शिकार को खाता चट्टान पर नजर आया, जिसकी तस्वीरें व वीडियो पर्यटकों व वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ने मोबाइल व कैमरे में कैद कर लिया।
पेंच नेशनल पार्क के तेलिया बफर में ब्लैक लेपर्ड बघीरा जुलाई 2020 से दिखाई दे रहा है। पेंच पार्क के अधिकारियों के मुताबिक मादा तेंदुआ के साथ तीन शावक दिखाई दे रहे है। इनमें से एक शावक तेंदुआ काले रंग का है। तेंदुए के इलाके की लगातार मानीटरिंग की जा रही है।
द जंगल बुक के प्रमुख किदार भेड़िया बालक मोगली की जन्म भूमि पेंच नेशनल पार्क को माना जाता हैं। मोगली व बघीरा के बीच गहरी दोस्ती के किस्से मशहूर हैं। कहानी के इसी पात्र बघीरा से काले तेंदुए को जोड़ा जा रहा है। हालाकि विशेषज्ञों के मुताबिक मेलेनिस्टिक (जींस) कारणों से कई वन्यजीवों का रंग बदल जाता हैं, काला तेंदुआ भी इसी का नतीजा हो सकता हैं।
सफारी के दौरान ब्लैक लेपर्ड की तस्वीर पेंच पार्क के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर इमरान खाने ने अपने कैमरे में कैद कर ली। शुक्रवार और शनिवार को दिखे फुर्तीला तेंदुआ हल्की आहट पाकर घने जंगल में ओझल हो जाता है। ब्लैक लेपर्ड की उम्र करीब 9 माह है।
पेंच पार्क के अधिकारियों के मुताबिक बीते वर्ष मादा तेंदुआ के साथ तीन शावक दिखाई दे रहे हैं। इनमें से एक शावक तेंदुआ काले रंग का है। काला तेंदुआ शावक 27 जुलाई 21 को सबसे पहले दिखाई दिया था। 17 सितंबर व 28 नवंबर 21 को भी पर्यटकों को सफारी के दौरान काला तेंदुआ शावक नजर आया हैं। काला तेंदुआ दिखाई देने से सैलानियों में सफारी का रोमांच कई गुना बढ़ गया हैं। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर, गाइड, जिप्सी चालक व सैलानियों में काले तेंदुए को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा हैं। वहीं वर्ष 2022 में जनवरी माह में भी एक दो माह का काला तेदुआ पर्यटकों को दिखा है। और इसके बाद माह अगस्त में वह नन्हा शावक शुक्रवार और शनिवार को पर्यटकों को दिखा है।
हिन्दुस्थान संवाद