सोशल मीडिया/अन्य माध्यम से भ्रम फैलाने वाले तत्वों पर विश्वास न करें

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काशी, 09 जुलाई। सोशल मीडिया/अन्य मीडिया में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से संबंधित अनेक अनावश्यक टिप्पणियों के दृष्टिगत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं भगवान विश्वेश्वर के प्रति जनमानस की अपार श्रद्धा के हित में कुछ बिंदुओं पर स्पष्टता आवश्यक है। अतः सर्वसनातन समाज के सूचनार्थ यह बिंदु स्पष्ट किए जाते हैं।


1, स्पर्श दर्शन के संबंध में –

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन पूर्व से चली आ रही परम्परा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण के पश्चात् श्रद्धालुओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण सुरक्षा के दृष्टिगत स्पर्श दर्शन को सीमित किया गया है। श्रद्धालुओं की संख्या का दबाव कम होने पर अथवा विशिष्ट समयावधि जैसे काशी के नित्य दर्शनार्थियों हेतु 4 से 5 बजे की अवधि में ही स्पर्श दर्शन उपलब्ध कराया जाता है।
2. मंदिर परिक्षेत्र में फोटो के संबंध में –

मंदिर परिक्षेत्र में सुरक्षा कारणों से श्रद्धालुओं को मोबाइल, कैमरा, पेन इत्यादि लाने की अनुमति नहीं है। मंदिर न्यास द्वारा मंदिर के फोटोग्राफर द्वारा श्रद्धालुओं के लिए फोटो/वीडियो कराते हुए सोशल मीडिया हैंडल्स पर पोस्ट किया जाता है। फोटोग्राफर की आधिकारिक एवं नियमित कार्य के अतिरिक्त उपलब्धता के अनुसार विशेष अनुरोध पर श्रद्धालुओं के फोटो भी यथासंभव उपलब्ध कराए जाते हैं।

3. अनाधिकृत गतिविधियों पर रोकथाम के संबंध में-

पूरा मंदिर परिक्षेत्र उच्च क्षमता के सीसीटीवी कैमरा से आच्छादित है। समय -समय पर इसका परिशीलन न्यास में इस कार्य हेतु उत्तरदायी अधिकारियों द्वारा किया जाता है तथा रिपोर्ट मुख्य कार्यपालक अधिकारी के माध्यम से सक्षम स्तर पर प्रस्तुत की जाती है। संवेदनशील विषय होने के दृष्टिगत यथावश्यक कार्रवाई समय -समय पर की जाती है। यदि कोई शिकायत प्राप्त होती है तो उसे सीसीटीवी फुटेज से क्रॉस वेरिफाई करते हुए कार्रवाई की जाती है। पूर्व में कई बार अनौपचारिक स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं की भी जांच की गयी है परन्तु अधिकांश प्रकरणों में ऐसी सूचनाओं की पुष्टि नहीं हो सकी है। वर्तमान में कतिपय व्यक्तियों द्वारा किए जा रहे अनावश्यक विवादित दावों की भी सीसीटीवी फुटेज से क्रॉस वेरिफाई करने पर पुष्टि नहीं हो सकी है। अतः इस संबंध में अफवाह फैलाने एवं श्री काशी विश्वनाथ धाम की प्रतिष्ठा धूमिल करने का प्रयास करने वाले तत्वों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है।
4. श्रद्धालुओं से अनुरोध-

कृपया किसी भी बहकावे अथवा प्रलोभन में न आएं। समयभाव वश धाम में समय व्यतीत करने की स्थिति न होने पर शीघ्र दर्शन हेतु ‘सुगम दर्शन’ की टिकट व्यवस्था उपलब्ध है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में अन्य समस्त बड़े मंदिरों की अपेक्षा न्यूनतम टिकट दर प्रभावी है। अन्य किसी भी स्रोत से स्पर्श अथवा सुगम दर्शन की सुविधा नहीं है। कतिपय ठग व्यक्तियों द्वारा इस संबंध में भ्रम फैला कर श्रद्धालुओं से धन ले कर उन्हें धाम के आस -पास छोड़ कर चले जाने की शिकायतों का संलग्न ले कर पुलिस द्वारा कार्रवाई को गई है। ऐसे किसी भी प्रकरण में धन प्राप्त करने वाले ठग द्वारा किसी भी श्रद्धालु का स्पर्श दर्शन अथवा शीघ्र दर्शन कराया जा सका हो यह पुलिस जांच में अब तक प्रकाश में नहीं आया है।
अतः किसी भी प्रकार की ठगी से बचें। सोशल मीडिया/अन्य माध्यम से भ्रम फैलाने वाले तत्वों पर विश्वास न करें। ऐसे व्यक्तियों द्वारा अपने निहित स्वार्थ एवं हितों के कारण विभ्रम फैलाने का प्रयास किया जाता है। इनके विरुद्ध न्यास द्वारा कठोर विधिक कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।

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