‘मैं भी बाघ’, ‘हम हैं बदलाव, ‘हम हैं धरती के दूत’ की थीम पर होंगे ‘अनुभूति’ शिविर
विद्यार्थियों को बनाया जायेगा वन, वन्यप्राणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील
भोपाल, 20 नवंबर। मैं भी बाघ’, ‘हम हैं बदलाव, ‘हम हैं धरती के दूत’की थीम पर आधारित वन विभाग के फ्लैगशिप कार्यक्रम ‘अनुभूति’ का आयोजन 15 दिसंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 की अवधि मे परिक्षेत्र स्तर पर किया जाना प्रस्तावित है। प्रत्येक वन परिक्षेत्र के साथ राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य एवं बफर क्षेत्रों में भी विद्यार्थियों को शिविर में शामिल किया जायेगा। वर्ष 2025-26 में प्रदेश के 469 क्षेत्रीय एवं वन्य प्राणी वन परिक्षेत्रों में स्थित शासकीय विद्यालयों में (प्रति परिक्षेत्र 02 शिविर) 938 अनुभूति शिविरों का आयोजन किया जायेगा। प्रत्येक शिविर मे 126 प्रतिभागी सम्मिलित होंगे। अनुभूति कार्यक्रम में एकरूपता के लिये विगत वर्ष के प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स को एक दिन का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
अनुभूति शिविरों में विद्यार्थियों को वन, वन्यप्राणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाने के लिये प्रतिवर्ष ‘प्रशिक्षण सह जागरूकता’ प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रदेश ही नहीं पूरे देश में आयोजित होने वाला एकमात्र कार्यक्रम है, जिसमें विद्यार्थियों एवं उनके माध्यम से परियोजनों और समाज को वन एवं वन्य जीव संरक्षण के लिये प्रेरित एवं जागरूक किया जाता है। अनुभूति शिविरों के लिये उन विद्यालयों का चयन किया जाता है, जो वन क्षेत्रों के समीप स्थित हों। कार्यक्रम के माध्यम से वन क्षेत्रों से लगे जन समुदाय को वन एवं वन्यजीव संरक्षण के लिये प्रेरित करने में वन विभाग सफल रहा है।
अनुभूति कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य देश के नागरिकों को वन, वन्यजीव एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाकर सहभागिता के लिये प्रेरित जाता है। अनुभूति शिविरों में विद्यार्थियों को विभाग एवं विभागीय अधिकारियों के कार्यों, उत्तरदायित्वों एवं चुनौतियों से विद्यार्थियों से भी अवगत कराया जाता है।
अनुभूति शिविरों के लिए 46 मास्टर ट्रेनर्स (20 अशासकीय एवं 26 शासकीय) को प्रशिक्षित किया गया। मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यक्रम में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अशोक बर्णवाल, श्री. व्ही. एन. अम्बाडे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुखश्री शुभ रंजन सेन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) श्री पुरषोतम धीमान, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास) डॉ. समिता राजोरा, राज्य लघु वनोपज संघ के एमडी श्री मनोज कुमार अग्रवाल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कैम्पा) श्रीमती बिन्दु शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (उत्पादन) श्री बसवराज अन्निगेरी, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वित्त/बजट) श्रीमती कमलिका मोहन्ता, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (प्रशासन 2) श्री एल कृष्णमूर्ति, म.प्र. ईकोपर्यटन विकास बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजय कुमार यादव, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (सतर्कता/शिकायत) श्री हरीशंकर मोहन्ता, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (भू-प्रबंध) श्री पुष्कर सिंह, से.नि. प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री एस.एस. राजपूत, से.नि. प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अशोक कुमार, मुख्य वन संरक्षक, नर्मदापुरम श्रीमती राखी नंदा, क्षेत्र संचालक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व श्री स्वरूप दीक्षित, म.प्र. ईकोपर्यटन विकास बोर्ड के उप वन संरक्षक श्री लोकप्रिय भारती, वनमंडलाधिकारी (सामान्य) वनमण्डल भोपाल म.प्र. ईकोपर्यटन विकास बोर्ड के उप वन संरक्षक श्री संदेश माहेश्वरी और म.प्र. ईकोपर्यटन विकास बोर्ड के सहायक महाप्रबंधक श्री सुनील पंद्रे उपस्थित रहे।

इस वर्ष 2025-26 मे अनुभूति कार्यक्रम ‘मैं भी बाघ’, ‘हम हैं बदलाव, ‘हम हैं धरती के दूत’की थीम पर आयोजित की जा रही है। थीम लोगो एवं थीम सोंग का प्रस्तुतिकरण किया गया। इसके साथ ही अनुभूति कार्यक्रम वर्ष 2024-25 की एक संकलित रिपोर्ट एवं थीम पर आधारित अनुभूति पुस्तिका 2025-26 का विमोचन अपर मुख्य सचिव वन विभाग द्वारा किया गया। अनुभूति कार्यक्रम वर्ष2024-25 की फिल्म का भी प्रस्तुतिकरण किया गया।
