सिवनी-बालाघाट फोर लेन सड़क निर्माण के लिए हुई बैठक

सिवनी, 12 सितम्बर। मध्यप्रदेश राज्य सड़क विकास प्राधिकरण द्वारा सिवनी से बालाघाट के बीच फोर लेन स्टेट हाईवे का 02 हजार करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया जाएगा। इस सड़क के निर्माण के लिए भूमि आवंटन, वन विभाग की अनुमति एवं नेशनल वाईल्ड बोर्ड से अनुमति को लेकर 10 सितम्बर को कलेक्टर मृणाल मीना की अध्यक्षता में अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।
बालाघाट के कलेक्टर मीना ने बैठक में एमपीआरडीसी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सिवनी-बालाघाट स्टेट हाईवे निर्माण के लिए राजस्व एवं वन विभाग से भूमि आवंटन व अनुमति संबंधी कार्यवाही शीघ्रता से पूर्ण कराए। इसी प्रकार नेशनल वाईल्ड बोर्ड से कारीडोर क्षेत्र में अंडरपास निर्माण के लिए अनुमति की प्रक्रिया अविलंब प्रारंभ करें। इसके लिए परिवेश पोर्टल पर शीघ्र आवेदन करने के निर्देश दिये गए। कलेक्टर श्री मीना ने कहा कि बालाघाट से कंजई तक सड़क निर्माण के लिए किसी तरह की अनुमति की आवश्यकता नही है। अतरू टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण होते ही बालाघाट की ओर से कंजई तक सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ कर लिया जाए। उन्होंने एमपीआरडीसी के संभागीय प्रबंधक से कहा कि वे हर सप्ताह बालाघाट आकर इस स्टेट हाईवे के निर्माण पर निगरानी रखे।
बैठक में एमपीआरडीसी के संभागीय प्रबंधक दीपक आड़े ने बताया कि सिवनी से बालाघाट के बीच 04-लेन स्टेट हाईवे का निर्माण किया जाना है। इसके लिए 02 हजार करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इस स्टेट हाईवे का 45 किलोमीटर भाग सिवनी जिले में एवं 40 किलोमीटर भाग बालाघाट जिले में आता है। इस स्टेट हाईवे के निर्माण में कंजई के पास से 13 किलोमीटर वन क्षेत्र एवं पेंच-कान्हा कारीडोर का हिस्सा आता है। इसके निर्माण के लिए वन विभाग से 16 हेक्टेयर वन क्षेत्र की एवं नेशनल वाईल्ड बोर्ड भारत सरकार से अनुमति लेना है। इस सड़क के 03 किलोमीटर का कारीडोर वाले हिस्से में वन्य प्राणियों के गुजरने के लिए अंडरपास का निर्माण किया जाना है।
बैठक में दक्षिण सामान्य वनमंडल के वनमण्डलाधिकारी अधर गुप्ता, एमपीआरडीसी छिंदवाड़ा के संभागीय प्रबंधक दीपक आड़े, कान्हा टाईगर रिजर्व के सहायक संचालक हितेंद्र चिचखेड़े, एमपीआरडीसी के जिला प्रबंधक मुकेश बेले एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।