कृषक अपनी उपज उपार्जन केन्द्रो पर निर्धारित दिनांक पर ही लेकर पहुंचे-उपसंचालक कृषि
सिवनी, 24 मार्च। रबी उपार्जन वर्ष 2020-21 हेतु चना उपार्जन का कार्य दिनांक 27 मार्च से एवं गेहूँ उपार्जन का कार्य दिनांक 01 अप्रैल से शासन के निर्देशानुसार प्रांरभ होना है। उक्ताशय की जानकारी किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के उपसंचालक मोरिश नाथ ने बुधवार की शाम को दी है।
उपसंचालक ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा कृषक भाईयों से यह अपील की जाती है कि चना एवं गेहूँ उपार्जन हेतु उपार्जन केन्द्रों पर लाने वाली उपज शासन द्वारा तय मापदण्डों के आधार पर हो, उपज में किसी भी प्रकार से अन्य फसलों जैसे-तोरिया, सरसों के बीज मिले हुये न हो, नमी का प्रतिशत शासन द्वारा तय मानकों के आधार पर हो, उपज पूर्णतः परिपक्व हो, दानों का आकार एक समान रूप का हो, उपज में किसी भी प्रकार की अशुद्धी जैसेः- कंकड- पत्थर, कांच के टुकडे, मिट्टी आदि न हो। कृषक भाई यह भी सुनिश्चित करे कि उपार्जन केन्द्रों पर लेकर आने वाली उपज में किसी भी प्रकार से अंकुरित दाने, रोग से ग्रसित दाने न हो।
आगे बताया कि इन बातों एवं सावधनियों को ध्यान में रखकर कृषक भाई अपनी उपज उपार्जन केन्द्रो पर लेकर निर्धारित दिनांक पर ही पहुंचे, जिससे उपार्जन केन्द्र पर आपको किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़ें।
हिन्दुस्थान संवाद