म.प्र.: स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार, टाईगर रिजर्वो में बैट्री चलित वाहनों से होगा पर्यटन

सिवनी, 31 जनवरी। प्रदेश के टाईगर रिजर्व में धीरे-धीरे पेट्रोल-डीजल वाहनों की जगह बैटरी चलित वाहन लेगें। जिससे पर्यावरण पर पडने वाले प्रतिकूल प्रभावों से निजात मिलेगी। ध्वनि एवं वायु प्रदूषण से वन्यप्राणियों को सुरक्षित रखने के लिए यह पहल की गई है। ध्वनि और वायु प्रदूषण से वन्यप्राणियों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्कों से धीरे-धीरे डीजल-पेट्रोल वाहन को कम करने की कवायद में लग चुकी है। और इनकी जगह इलेक्ट्रिक वाहन को प्राथमिकता देने की पहल कर चुकी है। नियमित गश्त और सफारी में भी इलेक्ट्रिक बैट्री चलित वाहन ही इस्तेमाल किए जाएंगे। पार्कों में सफारी कराने वाली समितियों से इस संबंध में प्रस्ताव मांगे गए हैं।

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मध्यप्रदेश शासन वन विभाग मंत्रालय के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अतुल कुमार मिश्रा द्वारा मध्यप्रदेश के राज्यपाल के नाम से जारी शुक्रवार 28 जनवरी के आदेश में बताया गया है कि राज्य शासन एतद द्वारा टाईगर रिजर्व में पंजीकृत होने वाले बैट्री चलित समस्त पर्यटक वाहनों को दिनांक 31 दिसंबर 23 तक सुनिश्चित अनुज्ञा पत्र देने की स्वीकृति प्रदान करता है। ये सुनिश्चित अनुज्ञा पत्र टाईगर रिजर्ल्स की पर्यटन धारण क्षमता के अधीन रहते हुए जारी किये जाएंगे। यदि किसी टाईगर रिजर्व में पंजीकृत होने वाले बैट्री चलित पर्यटक वाहनों की संख्या पर्यटन धारण क्षमता से अधिक हो जाती है तो सुनिश्चित अनुज्ञा पत्र की सुविधा उस टाईगर रिजर्व में दिनांक 31 जनवरी 23 के पूर्व ही समाप्त कर दी जाएगी। जिसकी सूचना समस्त टाईगर रिजर्व को दी गई है।


स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
वन्यप्राणियों की सुरक्षा के लिए प्रयोग के तौर पर प्रांरभ की इस योजना से सरकार स्थानीय लोगों को रोजगार भी देगी। और इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए न सिर्फ अनुदान, बल्कि बैंक से कर्ज दिलाने पर भी विचार किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान संवाद

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