यह जीवन अमूल्य है छात्राओं के लिए: पारुल शर्मा

कैसे करें हम विषम परिस्थितियों का सामना-महादेव नागोतिया


सिवनी। छात्राएं हों या महिलाएं, सभी को ईश्वर ने विशेष शक्ति प्रदान  की है। अगर हमें धन की आवश्यकता होती है तो हम लक्ष्मी  को याद करते हैं। भूख लगती है तो अन्नपूर्णा को। इसी तरह शक्ति की आवश्यकता होती है तो दुर्गा काली याद आती हैं। तात्पर्य है कि सभी शक्तियां आप में होने के बावजूद नारी उपेक्षित क्यों हैं।  स्कूल में जाने वाली छात्राओं को भय होता है। और अगर साहस के साथ वह भय से मुकाबला करती हैं तो समस्या का निदान भी मिलेगा।

उक्त उद्गार शासकीय कन्या मठ शाला में कोतवाली प्रभारी महादेव प्रसाद नागोतिया ने व्यक्त किए। इस अवसर पर एसडीओपी पारुल शर्मा ने कहा कि छात्राओं को अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहना चाहिए। ये जीवन के अमूल्य क्षण हैं और कक्षा बारहवीं के बाद आप किस क्षेत्र में जाना चाहती हैं जिसको लेकर आपको अभी से सोचना चाहिए। यह स्वर्णिम समय समय बार-बार नहीं आएगा। मेरी ओर से हमेशा मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ेगी तो मैं हमेशा उपलब्ध रहूंगी।


स्वेटर वितरण  कार्यक्रम में प्राचार्य महेंद्र सैय्याम ने कहा कि इन दिनों कैरियर को लेकर चर्चा हो रही है। वहीं 70 छात्राओं  को स्वेटर वितरण किया गया। जिसमें माधव नावकर, शंकर माखीजा सहित अनेक लोगों का सहयोग रहा। कार्यक्रम में अभिषेक दुबे ने कहा कि निर्धन  बच्चों को स्वेटर वितरण किया जाना मानवता का कार्य है।

सहयोग के लिए जो सामने आए साधुवाद के पात्र हैं। आयोजन में अश्विनी तिवारी, अनिल तिवारी, बीएस पगारे, आरवी राय, संतकिशोर डहेरिया, आर गौर, के दीक्षित, आर बरमैया, आरपी सनोडिया, केके नेमा, आर पंडया, आशा आरमोती, वर्षा सनोडिया, आर राहंगडाले, पी राहंगडाले, एस सोनी, यमुना बघेल, सुभानु मिश्रा, बिंदु सनोडिया, लक्ष्मी कश्यप का योगदान रहा।

हिन्दुस्थान संवाद