COVID-19: प्रोनिंग से होगी ऑक्सीजन की कमी दूर, हेल्थ मिनिस्ट्री ने जारी की एडवायजरी

भोपाल, 25 अप्रैल। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश के अधिकारिक सोशल मीडिया पेज टिविटर में रविवार को जानकारी दी गई कि Ministry of Health & Family Welfare, Government of India ने कोरोना वायरस के मरीजों को शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने के लिये प्रोनिंग की सलाह दी है। यह खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जिन्हें कोरोना की वजह से फेफड़ों में इंफेक्शन हो गया है और सांस लेने में तकलीफ होती है। आप घर मे भी प्रोनिंग कर सकते हैं।

स्वयं की देखभाल के लिए प्रोनिंग
» PRONING मरीज को उनके पेट के बल लिटाने की एक विधि है, जिसमें व्यक्ति का चेहरा नीचे की ओर होता है और पीठ ऊपर की ओर।
» श्वास की गति को आराम देने और ऑक्सीजन के स्तर में सुधार करने के लिए प्रोनिंग चिकित्सकीय तकनीक है।
» COVID-19 रोगियों में सांस लेने में आराम के साथ, विशेष रूप से घर में आइसोलेशन के दौरान यह बेहद फायदेमंद है।

प्रवण स्थिति (प्रोनिंग) का महत्व
» प्रवण स्थिति वेंटिलेशन में सुधार करती है, वायुकोशीय (अल्वॉयल) को खुला रखती है और साथ ही श्वास लेने की क्रिया को आसान बनाती है।
» जब मरीज को सांस लेने में कठिनाई महसूस हो और उसका SpO2 घटकर 94 से कम हो जाए ( 94 से कम), तभी प्रोनिंग की आवश्यकता होती है।
» घर में आइसोलेशन के दौरान तापमान, रक्तचाप और रक्त शर्करा जैसे अन्य संकेतों के साथ, SpO2 की नियमित निगरानी (मॉनिटरिंग) महत्वपूर्ण है।
3) हाइपोक्सिया (ऑक्सीजन परिसंचरण में रुकावट) होने पर स्थिति के बिगड़ने का कारण हो सकता है।
» समय पर proning और अच्छे वेंटिलेशन को बनाए रखने से कई लोगों की जान बच सकती है।


तकिया रखने के तरीके
)) गर्दन के नीचे एक तकिया
)) ऊपरी जांघों के मध्य से छाती के नीचे एक या दो तकिए
» पिंडली के नीचे दो तकिए

इन परिस्थितियों में प्रोचिंग से बचें
3) गर्भावस्था (Pregnancy)
» गहरा शिरापरक घनास्त्रता (इलाज के 48 घंटे से कम समय में) (Deep venous thrombasis (Treated in less than 48 hours)
)
» हृदय की कोई बड़ी बीमारी (Major cardiac conditions) )) अस्थिर रीड़, फीमर या पेल्विक फ्रैक्चर (Unstable spine, femur, or
pelvic fractures)
स्वयं से प्रोनिंग नहीं कर पाने वाले रोगी (आपातकालीन)

एक साधारण बिस्तर, फ्लैट शीट (समतल शीट) और परिवार के सदस्यों के साथ प्रवण (प्रोनिंग) स्थिति में एक मरीज को रखने के लिए यह पांच चरण की विधि को अपनाएं
» समतल शीट की मदद से, मरीज को बिस्तर के एक तरफ खींच लें हाथ के चारों ओर समतल शीट रखें, जो मरीज को उस ओर खींचेगी, (जिस तरफ आप मुड़ रहे हैं)
» एक दूसरी फ्लैट शीट को बिस्तर पर रखा जाता है और रोगी के नीचे टक (फिक्स) कर दिया जाता है। जैसे ही आप मरीज को घुमाएंगे तो यह शीट खिंच जागी।

» शीट का उपयोग करते हुए, मरीज को ऊपर की ओर घुमाएं और उसे प्रवण स्थिति (प्रोन) में
लिटा दें। हाथ और शीट बिस्तर से बाहर खींच लें।
» मरीज को खींचें और उसे बिस्तर के बीच में करें उस शीट को बाहर निकाल लें जिसे इस स्थिति में रखने के लिए इस्तेमाल किया गया था। चादर (शीट) में बनी लाइनों और ट्यूबों कोसीधा करें।

For Self-Proning (स्वयं-प्रोनिंग के लिए)
» आपको 4-5 तकियों की आवश्यकता होगी।

» लेटने की स्थिति में नियमित रूप से परिवर्तन
» प्रत्येक स्थिति में 30 मिनट से अधिक नहीं बिताना सबसे अच्छा है

सावधानियां
» भोजन के बाद एक घंटे तक प्रोर्निंग करने से बचे
» प्रोनिंग केवल अधिक से अधिक समय के लिए तब तक करें जब तक कि आपके शरीर को सहनीय हो।
» आराम महसूस होने पर, कई बार में एक दिन में 16 घंटे तक प्रवण (प्रॉर्निंग) किया जा
सकता है।
» तकिए को दबाव क्षेत्रों को बदलने और आराम के लिए थोड़ा समायोजित किया जा सकता है
» शरीर पर किसी भी प्रकार के दबाव, पाय या चोटों पर नजर रखें, विशेष रूप से अस्थियों हड्डियों के आसपास

हिन्दुस्थान संवाद

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