म.प्र.: Ramgarh Vishdhari Tiger Reserve में ट्रांसलोकेट की गई बाघिन PN-224 पूरी तरह स्वस्थ, सफलतापूर्वक कर रही शिकार
सिवनी, 25 दिसंबर। अंतर्राज्यीय टाइगर ट्रांसलोकेशन प्रोग्राम के अंतर्गत रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व (RVTR), बूंदी में स्थानांतरित की गई मध्यप्रदेश के सिवनी जिले स्थित विश्वविख्यात पेंच टाइगर रिजर्व से लगभग 3 वर्ष आयु की एक बाघिन का 21 दिसंबर 2025 को भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर के माध्यम से बाघिन PN-224 सॉफ्ट रिलीज एनक्लोजर में पूरी तरह स्वस्थ एवं अनुकूल पाई गई है।

पेंच टाइगर रिजर्व के उपसंचालक रजनीश कुमार सिंह(भा.व.से.) ने गुरूवार की दोपहर को हिस को बताया कि रिलीज के बाद किए गए निरंतर अवलोकन में बाघिन का व्यवहार शांत, संतुलित एवं स्वाभाविक पाया गया है। वह एनक्लोजर क्षेत्र में सक्रिय रूप से विचरण कर रही है तथा सफलतापूर्वक शिकार भी कर चुकी है, जो उसकी शारीरिक क्षमता, व्यवहारिक स्थिरता एवं नए आवास में अनुकूलन का स्पष्ट संकेत है।
बाघिन की 24×7 निगरानी एक समर्पित टीम द्वारा की जा रही है, जिसमें अनुभवी पशु चिकित्सक, फील्ड बायोलॉजिस्ट एवं प्रशिक्षित ग्राउंड स्टाफ शामिल हैं। यह संपूर्ण निगरानी प्रक्रिया नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) द्वारा निर्धारित सभी प्रोटोकॉल्स के अनुरूप संचालित की जा रही है। नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, व्यवहारिक अध्ययन एवं मूवमेंट मॉनिटरिंग के माध्यम से बाघिन की सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित किया जा रहा है।
यह ट्रांसलोकेशन रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघों के आनुवंशिक आधार को सुदृढ़ करने एवं जेनेटिक विविधता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। साथ ही, यह पहल अंतर्राज्यीय सहयोग के माध्यम से राष्ट्रीय टाइगर संरक्षण परिदृश्य को सशक्त बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
