सिवनीः बच्चों ने कबाड़ से जुगाड़ कर बनाये गमले, स्कूलों की सुंदरता बढ़ी

सिवनी, 28 सितम्बर। स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा” (17 सितम्बर से 2 अक्टूबर) के तहत जिले के शासकीय विद्यालयों में बच्चों की कल्पनाशीलता अनोखे रूप में सामने आई। जहाँ लोग कबाड़ को बेकार मानते हैं, वहीं विद्यार्थियों ने उसी से सुंदर गमले बनाकर सबको चौंका दिया।
कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन के मार्गदर्शन में चल रहे इस अभियान में छात्र-छात्राओं ने प्लास्टिक की बोतलें, टीन के डिब्बे और अनुपयोगी बाल्टियों को नया जीवन दिया। इन गमलों में लगाए पौधे न केवल विद्यालय प्रांगण को हरा-भरा बना रहे हैं, बल्कि कक्षाओं की शोभा भी बढ़ा रहे हैं।
विशेष बात यह है कि इस नवाचार को प्रतियोगिता का रूप दिया जा रहा है। बच्चों की सृजनात्मकता, सजावट और पर्यावरण के प्रति जागरूकता को परखकर श्रेष्ठ विद्यालयों को सम्मानित किया जाएगा। इस पहल से बच्चों में पुनर्चक्रण की आदत मजबूत होगी और स्वच्छता को जिम्मेदारी के रूप में अपनाने की प्रेरणा भी मिलेगी।
विद्यालयों के हरे-भरे गलियारे और रंग-बिरंगे गमले अब बच्चों की मेहनत और कल्पनाशक्ति का प्रमाण बन गए हैं। सचमुच, यह गतिविधि स्वच्छता अभियान को केवल सफाई तक सीमित नहीं रख रही, बल्कि इसे रचनात्मकता और प्रकृति प्रेम का उत्सव बना रही है।