सिवनीः अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर पेंच टाईगर रिजर्व के 130 ईको विकास समितियों के द्वारा 2652 पौधों का रोपण किया गया

सिवनी, 29 जुलाई। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर मंगलवार को सर्वप्रथम पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के अंतर्गत कार्यरत 130 ईको विकास समितियों के द्वारा 2652 पौधों का रोपण किया गया। ईको विकास समिति पिण्ड़कापार ईको विकास समिति घाटकोहका एवं ईको विकास समिति हलाल खुर्द के वृक्षारोपण स्थलों पर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया।






तत्पश्चात् इस अवसर पर पर्यटक सुविधा केन्द्र खवासा में आयोजित कार्यक्रम में अधीक्षक पेंच मोगली अभ्यारण्य सिवनी एवं सहायक वन संरक्षक छिन्दवाड़ा क्षेत्र के द्वारा विश्व बाघ दिवस की थीम – ‘‘मूल निवासी और स्थानीय समुदायों को केन्द्र में रखते हुए बाघों के भविष्य को सुरक्षित करना‘‘ के महत्व को बताते हुए एवं मानव – वन्यजीव द्वन्द पर अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर 22 जुलाई 2025 को छिन्दवाड़ा एवं सिवनी में हुई फेस पेंटिग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरूस्कार व प्रशस्ति-पत्र वितरित किए गए। साथ ही वन एवं वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पेंच के कर्मचारियों को भी प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए गए।
इसी तरह विश्व बाघ दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री माननीय भूपेन्द्र यादव के द्वारा श्रीमति झुन्नी बाई को वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सम्मानित किया गया।
इसी अवसर पर कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी के द्वारा पेंच टाइगर रिजर्व से गए पचधार के बाघ कलाकारों के साथ मिट्टी के बाघ की प्रतिमा बनाई गई एवं मुख्यमंत्री ने ‘‘बाघदेव से प्रदेश की लिए समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की‘‘। तत्पश्चात् माननीय मुख्यमंत्री जी ने पेंच टाइगर रिजर्व अंतर्गत ईको विकास समिति मिर्चीवाड़ी के एम्ब्रॉइडरी कलाकारों के द्वारा कपड़े पर उकेरे गए बाघ की कलाकृति की सराहना करते हुए यह कहा कि यह बहुत सुंदर है मैं इसे प्रधानमंत्री जी को उपहार में देना चॉहूगां‘‘। इसी अवसर पर मुख्यमंत्री जी के द्वारा पेंच टाइगर रिजर्व के द्वारा बनाई गई फिल्म -‘‘पेंच बाघ के साथी‘‘ एवं रचित पुस्तक ‘‘बाघ और तितलियॉ‘‘ का विमोचन किया गया। साथ ही प्रदेश की समस्त ईको विकास समितियों में से पेंच के बफर क्षेत्र की ईको विकास समिति मिर्चीवाडी को श्रेष्ठ ईको विकास समिति के रूप में मुख्यमंत्री के द्वारा पुरूस्कृत किया गया एवं पेंच टाइगर रिजर्व के ही कर्मचारी हृदय मर्सकोले को भी पर्यटन के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान हेतु पुरूस्कार प्रदान किया गया है।