सिवनीः मैजिक ऑफ मेडिटेशन शिविर का आयोजन
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सिवनी, 06 फरवरी। ब्रह्माकुमारी संस्थान सिवनी के द्वारा मैजिक ऑफ मेडिटेशन शिविर का आयोजन स्मृति लोन में प्रातः 7 बजे से 8.30 बजे तक एवं शाम 6.00 बजे से 7.30 तक आयोजित किया गया है। शिविर का शुभारंभ नरेश दिवाकर , ब्रह्माकुमारी ज्योति दीदी , फॉरेस्ट डीएफओ भ्राता चंद्रिका सिंह , एडवोकेट भ्राता बसंत कटरे एवं ब्रह्माकुमारी गीता दीदी की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन के द्वारा किया गया।
इस शिविर में वक्ता के रूप में राजयोग शिक्षिका एवं आध्यात्मिक गायिका ब्रह्माकुमारी डॉक्टर दामिनी दीदी हमारे शहर में गुजरात से पधारे हुए है। आप फिजियोथैरेपिस्ट भी हैं।इस मैजिक का मेडिटेशन शिविर के प्रथम सत्र में दीदी ने बताया कि जिस प्रकार शरीर पांच तत्वों से बना हुआ है, उसी तरह मनुष्य आत्मा 7 गुना से बनी हुई है। और आत्मा के सातों गुण का शरीर के किसी न किसी ऑर्गन सिस्टम से रिलेटेड है। आत्मा का शांति का गुण हमारे श्वसन तंत्र से जुड़ा होता है, इसलिए शांति भंग होने से सांसों की गति बढ़ जाती है । आत्मा के सुख का गुण शरीर के पाचन तंत्र से जुड़ा होता है। आत्मा का ज्ञान का गुण शरीर के चेतना तंत्र से जुड़ा होता है। शक्ति का गुण शरीर के स्नायु तंत्र से जुड़ा होता है। आत्मा का पवित्रता का गुण शरीर के सेंसरी सिस्टम से जुड़ा होता है। आत्मा का प्रेम का गुण शरीर के रक्त परिवहन तंत्र से कनेक्ट होता है। आत्मा का आनंद अर्थात खुशी का गुण शरीर के हार्माेनल सिस्टम से जुड़ा होता है। और जब आत्मा के इन सातों गुना में से जिस गुण की कमी होती है शरीर का उससे रिलेटेड सिस्टम अनबैलेंस होता है जिसकी वजह से शरीर में कोई ना कोई तरह की समस्या महसूस होने लगती है। अतः आत्मा के इन सातों गुना को बैलेंस रखने से हम स्वस्थ रह सकते हैं।
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