हार्दिक पांड्या को टी20 टीम का कप्तान ना बनाए जाना गलत: पूर्व चयनकर्ता, बोले- मैं समझ नहीं पा रहा हूं…

Why Was Hardik Pandya Denied T20I Captaincy for SL Tour? Four Possible  Reasons - News18

नई दिल्‍ली । पूर्व भारतीय क्रिकेटर (Indian cricketer)और मुख्य चयनकर्ता कृष्णमाचारी श्रीकांत (chief selector Krishnamachari Srikkanth)ने बीसीसीआई के हार्दिक पांड्या(Hardik Pandya) की जगह सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav)को कप्तान बनाने के फैसले पर असहमति जताई है। उनका कहना है कि अजीत अगरकर ने हार्दिक पांड्या को कप्तान ना बनाए जाने का जो तर्क दिया है वो उनकी समझ के परे है। श्रीलंका दौरे पर रवाना होने से पहले अजीत अगरकर ने कहा था कि हार्दिक पांड्या को फिटनेस और ड्रेसिंग रूम फीडबैक को ध्यान में रखते हुए टी20 टीम का कप्तान नहीं चुना गया है। टीम मैनेजमेंट उस खिलाड़ी को कप्तान बनाना चाहता था तो ज्यादा से ज्यादा मैचों के लिए उपलब्ध रहे।

फिटनेस एक ऐसी चीज है जिससे मैं सहमत नहीं हूं

श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “मुझे लगता है कि वे ड्रेसिंग रूम से मिले फीडबैक के आधार पर ऐसा कर रहे हैं। यह शायद आईपीएल से आया होगा। फिटनेस एक ऐसी चीज है जिससे मैं सहमत नहीं हूं। उन्होंने पूरा आईपीएल खेला। उन्होंने गेंदबाजी भी की। हां, हो सकता है कि उन्होंने (आईपीएल में) अच्छा प्रदर्शन न किया हो। यह एक और मुद्दा है। मुंबई इंडियंस क्वालीफाई नहीं कर पाई। वर्ल्ड कप में वह उप-कप्तान थे और उन्होंने अच्छा खेला। इसलिए फिटनेस एक ऐसी चीज है जिससे मैं सहमत नहीं हूं।”

चोट के बाद छह महीने से क्रिकेट फील्‍ड से दूर

हार्दिक पांड्या को वनडे वर्ल्ड कप 2023 के दौरान टखने में चोट लगी थी जिसके बाद वह लगभग 6 महीने क्रिकेट फील्ड से दूर रहे। उन्होंने सीधा आईपीएल 2024 में वापसी की जहां उनका परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं रहा। वहीं टी20 वर्ल्ड कप में उन्हें टीम का उप-कप्तान चुना गया था। हार्दिक ने भारत को टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीताने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि इसके बावजूद उन्हें इस फॉर्मेट की कप्तानी के लिए सही नहीं समझा गया।

श्रीकांत ने आगे कहा, “ड्रेसिंग रूम से फीडबैक? मैं इसे समझ नहीं पा रहा हूं। हां, सूर्यकुमार में कप्तान बनने के गुण हैं। मैं इससे सहमत हूं। वह बहुत अच्छे कप्तान साबित हो सकते हैं। लेकिन हार्दिक पांड्या को कप्तान के पद से हटाने के पीछे तर्कों की कमी है।”

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