अब घर बैंठे प्राप्त कर सकेंगे लर्निंग लायसेंस
सतना, 01 अप्रैल। म.प्र. शासन परिवहन विभाग ने सुशासन की दिशा में अनूठी पहल करते हुए लर्निंग लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस के नवीनीकरण तथा डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया को पूरी तरह संपर्क-विहीन बना दिया है। अब इनके लिए किसी व्यक्ति को परिवहन कार्यालय आने की जरूरत नहीं होगी। बल्कि घर बैठे ही आवश्यक जानकारी दर्ज कर स्वयं ऑनलाइन तीनों प्रकार के दस्तावेज आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से राज्य शासन के परिवहन विभाग द्वारा मध्यप्रदेश के दो जिले सतना और खरगौन में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 1 अप्रैल से फेसलेस ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस सेवा प्रारंभ कर दी गई है। सतना अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में सांसद श्री गणेश सिंह और कलेक्टर अजय कटेसरिया ने ऑनलाइन सेवा का विधिवत शुभारंभ किया।
सांसद श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से देश ने हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को डिजिटल भारत बनाने का सपना साकार हो रहा है। परिवहन सहित अनेक क्षेत्रों में डिजिटलाइजेशन के फलस्वरूप अद्भुत परिवर्तन हुए हैं।
कलेक्टर अजय कटेसरिया ने फेसलेस ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस सेवा की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए ‘‘सारथी पोर्टल’’ और घर बैठे लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने की तकनीकी प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग के सारथी पोर्टल पर लर्निंग लाइसेंस के आवेदन आधार प्रमाणीकरण की प्रक्रिया पर दिए जाएंगे। पोर्टल पर आधार दर्ज करते ही सारी जानकारी दर्ज हो जाएगी और प्रमाणीकरण के बाद 20 प्रश्न पूछे जाएंगे। जिनमें से कम से कम 12 प्रश्नों का ऑनलाइन जवाब सही देना होगा। महिलाओं के लिए कोई फीस नहीं होगी, जबकि पुरुषों के लिए 274 रूपये ऑनलाइन फीस स्वतः भरनी होगी। टेस्ट में पास होने पर लर्निंग लाइसेंस स्वतः जारी हो जाएगा, जिसे आवेदक द्वारा प्रिंट कर लिया जाएगा।
इसी प्रकार मध्यप्रदेश राज्य में 15 अप्रैल से लाइसेंस संबंधी अन्य सेवाएं जैसे ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस की डुप्लीकेट प्रति या ड्राइविंग लाइसेंस में पता परिवर्तन की प्रक्रिया भी संपर्क-रहित की जा रही है। यह सेवा भी आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से दी जाएगी।
अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के माध्यम से परिवहन कार्यालयों को कम्प्यूटरीकरण ई-ट्रांसपोर्ट की सुविधा प्रदान की जा रही है। वाहन पंजीयन संबंधी सेवायें ‘‘वाहन सॉफ्टवेयर’’ तथा लाइसेंस संबंधी सेवायें ‘‘सारथी सॉफ्टवेयर’’ के माध्यम से प्रदान की जा रही हैं।
परिवहन आयुक्त मुकेश जैन के निर्देशन में सतना और खरगौन में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 1 अप्रैल से फेसलेस ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस सेवा शुरू की गई है। जिसे विस्तारित कर संपूर्ण प्रदेश में लागू किया जाएगा। शुभारंभ अवसर पर एनआईसी के इंजीनियर मनोहर कुमार और श्रीमती संगीता कुमारी ने फेसलेस ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस सेवा के माध्यम से अपने-अपने लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन किए। मौके पर ही सांसद गणेश सिंह और कलेक्टर अजय कटेसरिया ने ऑनलाइन प्रिंट, लर्निंग लाइसेंस की प्रति इन्हें प्रदान की। इस मौके पर ऋषभ सिंह, शीवेंद्र सिंह सहित परिवहन व्यवसायी एवं परिवहन विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान संवाद
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