मनुष्य के जीवन में 15 से 16 वर्ष की आयु महत्वपूर्ण एवं कीमती होती है – कलेक्टर

दतिया, 27 मार्च। कलेक्टर श्री संजय कुमार ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में 15 से 16 वर्ष की आयु महत्वपूर्ण एवं कीमती होती है। इस दौरान व्यक्ति भविष्य में किस क्षेत्र में कार्य करना चाहता है यह तय होता है। इसके लिए छात्र-छात्राओं को सजग रहकर समय का सदुपयोग करना है। अन्यथा जीवन में पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचेगा।
   कलेक्टर श्री कुमार न्यू कलेक्ट्रेट में शनिवार को कैरियर मार्गदर्शन एवं ओजस्व क्लब शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय सेवढ़ा के छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। कलेक्टर ने देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मेन डॉ. एपीजे अब्दुलकलाम और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उदाहरण देते हुए बताया कि साधारण परिस्थतियों में मेहनत, संघर्ष एवं सम्पर्ण की भावना से कार्य कर वह देश के सर्वोच्च पदों तक पहुंचे। छात्र-छात्राओं को इन्हें अपने प्रेरणा स्त्रोत मानकर मेहनत कर अपना लक्ष्य प्राप्त करें। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की उसके जीवनकाल में क्या भूमिका रहेगी वह स्वयं के हाथों में है। विद्यार्थी अधिक मेहनत करेगा तो उसके परिणाम भी बेहतर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा सफल एवं जिम्मेदार नागरिक बनने हेतु लगातार प्रेरणा की भी आवश्यकता है।
    श्री कुमार ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में सामान्य एवं आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्र-छात्रायें अध्ययन करते है लेकिन प्रतिभा में वे निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं से कम नहीं है। शासकीय विद्यालयों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को चुनौती स्वीकार कर प्रतिस्पर्धा के युग में अपने को तैयार करना है। उन्होंने कहा कि जीवन में इंसान नीचे आसानी से गिर सकता है वल्कि ऊपर उठना उतना ही कठिन है। अतः छात्र-छात्राओं को संकल्प लेना है कि हमें जीवन में गिरना नहीं है वल्कि ऊपर उठना है। इसी उद्देश्य को लेकर हमें अपने लक्ष्य तय कर प्राप्त करने है। कार्यक्रम में सेवढ़ा संकुल के तहत् आने वाले विद्यालयों के छात्र-छात्राएं तथा शिक्षकगण उपस्थित थे। 

हिन्दुस्थान संवाद

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