सरकार में आने पर अग्निपथ योजना करेगें खत्‍म, खड़गे ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र, कहा- 2 लाख युवाओं का सपना तोड़ा

AICC President slams government over Rs 125 crore aspirant fund hold-up  amidst Agnipath Scheme controversy - AICC President slams government over  Rs 125 crore aspirant fund hold up amidst Agnipath Scheme controversy -

नई दिल्‍ली । कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अग्निपथ योजना के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर वह सत्ता में आती है तो अग्निपथ स्कीम को बंद कर सेना में पुरानी बहाली प्रक्रिया लेकर आएगी।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अग्निपथ योजना को लेकर राष्ट्रपति को पत्र लिखा है और सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

2 लाख युवाओं का सपना सरकार ने तोड़ा- खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने पत्र में लिखा है कि 2019 से 2022 के बीच सरकार ने 2 लाख युवाओं को सेना भर्ती के लिए चयनित किया था। वे जॉइनिंग लेटर का इंतजार कर रहे थे, तभी सरकार ने 31 मई 2022 को अग्निपथ स्कीम लाकर देश सेवा का उनका सपना तोड़ दिया। अब वे बेरोजगारी, हताशा और निराशा के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हैं। सरकार ने इन युवाओं के साथ अन्याय किया है।

राष्ट्रपति को लिखे पत्र में खड़गे ने क्या-क्या किया दावा

मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने पत्र में दावा किया है कि अग्निपथ योजना के साथ कई मुद्दे जुड़े हैं। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आग्रह किया कि उन करीब दो लाख नौजवानों के साथ न्याय किया जाए जिनका चयन सेना की नियमित सेवा में होने के बावजूद उनकी भर्ती नहीं की गई। खड़गे ने कह- “इसके अलावा, यह योजना सैनिकों के समानांतर कैडर बनाकर हमारे जवानों के बीच भेदभाव पैदा करने वाली है। चार साल की सेवा के बाद अधिकतर अग्निवीरों को नौकरी ढूंढने के लिए छोड़ दिया जाएगा। इसके बारे में कुछ लोगों का तर्क है कि इससे सामाजिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है। हमारे युवाओं को इस तरह से पीड़ा झेलने नहीं दिया जा सकता। मैं आपसे यह सुनिश्चित करने की अपील करता हूं कि न्याय हो।

कांग्रेस का वादा

कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि मोदी सरकार ने 14 जून, 2022 को अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। सरकार का यह निर्णय एकतरफा था। इसमें कहा ये गया कि सेना में भर्ती अग्निपथ योजना के माध्यम से की जाएगी और सेना की औसत आयु को कम और सेना का आधुनिकीकरण करना है। जबकि मोदी सरकार ने इस योजना को पैसा बचाने के लिए शुरू किया। उन्होंने कहा- “एक तरफ सरकार का कहना है कि हम रक्षा निर्यात से बहुत पैसा कमा रहे हैं, आत्मनिर्भर हुए हैं। ऐसे में अगर हम रक्षा क्षेत्र में इतने सक्षम हो रहे हैं, तो सरकार को हमारे सैनिकों के जीवन, उनके पेंशन और परिवार की सुख-सुविधाओं के लिए काम करना चाहिए। कांग्रेस का मानना है कि अग्निपथ कोई सकारात्मक योजना नहीं है। अगर जनता हमें चुनती है तो हम निश्चित तौर पर भर्ती की पुरानी प्रक्रिया की तरफ लौट जाएंगे।

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