आज रोहिणी व्रत पर ‘भद्रावास’ योग समेत बन रहे हैं ये 5 संयोग, व्रत का विशेष महत्व

नई दिल्ली। आज मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। रोहिणी नक्षत्र प्रबल होने के चलते आज रोहिणी व्रत मनाया जा रहा है। इस दिन वासुपूज्य भगवान वासुदेव की पूजा की जाती है। ज्योतिषियों की मानें तो आज सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। इन योग में देवों के देव महादेव की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। आइए, आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं-

शुभ मुहूर्त
मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 दिसंबर को सुबह 05 बजकर 46 मिनट तक है। इसके पश्चात, पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी। ज्योतिषियों की मानें तो आज ‘रवि’ योग समेत 5 शुभ संयोग बन रहे हैं। ज्योतिष इन योग को शुभ मानते हैं। इन योग में देवों की देव महादेव की पूजा करने से साधक को मनोवांधित फल की प्राप्ति होती है।

योग
आज मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर ‘रवि’, ‘अमृत’ और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग दिन भर है। वहीं, अमृत सिद्धि योग रात 09 बजकर 39 मिनट से शुरू हो रहा है और 26 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगा। जबकि, रवि योग का निर्माण सुबह 07 बजकर 12 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 39 मिनट तक है। इसके अलावा, आज गर और वणिज करण का भी योग बन रहा है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 11 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 31 मिनट पर

चन्द्रोदय- दोपहर 03 बजकर 53 मिनट पर

चंद्रास्त- सुबह 06 बजकर 36 मिनट पर

पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 22 मिनट से 06 बजकर 17 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 04 मिनट से 02 बजकर 46 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 28 मिनट से 05 बजकर 56 मिनट तक

निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल – सुबह 08 बजकर 29 मिनट से 09 बजकर 46 मिनट तक

गुलिक काल – दोपहर 01 बजकर 38 मिनट से 02 बजकर 56 मिनट तक

दिशा शूल – उत्तर

ताराबल
अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

चन्द्रबल
वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन

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