कब है महानंदा नवमी, जानिए तिथि‍ व शुभ मुहूर्त और पूजा विधि ?

नई दिल्ली। हिंदू धर्म में महानंदा नवमी का विशेष महत्व है। हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महानंदा नवमी मनाई जाती है। यह व्रत विवाहित महिलाएं रखती हैं। इसे नंदा व्रत भी कहा जाता है।

इस दिन व्रत और पूजा करने से अपार सुख-समृद्धि मिलती है। इस व्रत में मां लक्ष्मी और मां दुर्गा की पूजा करने की परंपरा है। आइए जानते हैं इस वर्ष महानंद नवमी कब मनाई जाएगी। इस साल महानंदा नवमी 21 दिसंबर को मनाई जाएगी। मान्यताओं के अनुसार, महानंदा नवमी के दिन देवी की पूजा करने से मृत्यु के बाद विष्णुलोक की प्राप्ति होती है। इसलिए इस दिन भगवान की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए।

महानंदा नवमी की पूजा
महानंदा नवमी के दिन देवी दुर्गा और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसकी पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि के द्वार खुल जाते हैं। सुबह सबसे पहले जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद भक्त को घर के मंदिर में जाकर दुर्गा मंत्र का जाप करना चाहिए। मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने के लिए भक्त घर पर भी दुर्गा पूजा का आयोजन करते हैं। इस व्रत में फल भी खाया जाता है। पूजा करते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

महानंद नवमी पर करें ये खास उपाय
हिंदू मान्यताओं के अनुसार महानंदा नवमी के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से मां लक्ष्मी भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। महानंदा नवमी के दिन घर में कूड़ा-कचरा नहीं रखना चाहिए। सुबह-सुबह घर को अच्छी तरह साफ करें और सारा कूड़ा-कचरा बाहर फेंक दें। क्योंकि गंदे स्थानों पर देवी लक्ष्मी का वास नहीं होता है। पूजा करने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। फिर एक लकड़ी के तख्ते पर लाल कपड़े में लिपटी देवी लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें और विधि-विधान से उनकी पूजा करें। देवी लक्ष्मी को कुमकुम, अक्षत, हल्दी मेहंदी आदि चढ़ाएं। इससे देवी मां प्रसन्न होती हैं।

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