लश्कर की तरह हमास को प्रतिबंधित करने अरबों की एकजुटता को देनी है टक्कर
इजरायल ;इजरायल ने मुंबई आतंकी हमले की बरसी से पहले खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को बैन किया था। इसी आतंकी संगठन ने मुंबई में हुए भीषण आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इस तरह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इजरायल ने भारत का साथ दिया था। लेकिन अब वह इसका बदला चाहता है। इजरायल ने मांग की है कि हमारे ऊपर आतंकी हमला करने वाले हमास को भी वह प्रतिबंधित करे। भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि भारत हमास पर प्रतिबंध का ऐलान करेगा। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू सरकार ने पहले ही हमास की आतंकी गतिविधियों की जानकारी भारत से शेयर की है।
उन्होंने कहा कि भारत ने तो 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले को आतंकी गतिविधि भी बताया था, लेकिन अब तक उस पर प्रतिबंध का ऐलान नहीं किया है। इजरायली राजनयिक ने कहा कि हम अपनी तरफ से जो कर सकते थे, वह किया है। अब भारत सरकार को फैसला लेना है कि वह क्या करेगी। मंगलवार को ही अरब देशों को राजदूतों ने फिलिस्तीन के दूतावास का दौरा किया था। इस बीच उन्होंने भारत से अपील की कि वह हमास को बैन करे। इस तरह इजरायल ने मुसलमान और अरब देशों की एकता के मुकाबले भारत से समर्थन की अपील की है।
इजरायली राजदूत ने कहा कि हमने हमास को उत्तरी गाजा से पूरी तरह खत्म कर दिया है। इस इलाके में उसकी सुरंगें ही बची हैं। अब हमारा फोकस होगा कि दक्षिणी गाजा से भी हमास को खदेड़ा जाए। बता दें कि करीब डेढ़ महीने की जंग के बाद फिलहाल 6 दिनों से इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम जारी है। उन्होंने कहा कि हमास के पास करीब 30 हजार लड़ाके हैं और इनमें से कई हजार लोग इजरायल के हमलों में मारे जा चुके हैं। यही नहीं उन्होंने कहा कि अभी हमारा युद्ध विराम चल रहा है, लेकिन जैसे ही यह खत्म होगा हम अपने हमले फिर से तेज कर देंगे। उन्होंने कहा कि हम ढील नहीं दे सकते कि हमास फिर से खड़ा हो और इजरायल पर हमला करने के लायक बन जाए।