एमपी पूर्व सीएम कमलनाथ ने मध्यप्रदेश की बहनों को लिखा पत्र, दावा किया कि सरकार बनी तो सबसे पहले नारी सम्मान योजना के आदेश पर साइन करूंगा
भोपाल । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने के बाद सरकार किसकी बनेगी ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन चुनावी दल अपनी ओर से सत्ता में आने की कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। तमाम वादों के बाद अब भावुक अपील पर सामने आ रही है, ऐसे ही एक अपील पीसीसी चीफ एवं पूर्व सीएम कमलनाथ की देखने को मिली। जिसमें उन्होंने प्रदेश की बहनों को पत्र लिखा है। कमलनाथ ने पत्र में लिखा कि अगर आप किसी वजह कांग्रेस पार्टी का नारी सम्मान योजना का फॉर्म नहीं भर पाई है तो भी कोई बात नहीं। आप फिर भी नियमानुसार इसकी पात्र रहेगी।
कमलनाथ ने बहनों को वचन दिया कि अगर सरकार बनी तो सबसे पहले नारी सम्मान योजना के तहत आपको 1500 मिलने वाली योजना के आदेश पर साइन करूंगा। साथ ही 500 में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा। 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ और 200 यूनिट तक बिजली का बिल हाफ किया जाएगा। कमलनाथ ने कहा कि यह पत्र मेरे हस्ताक्षर से जारी हुआ है। आप इसकी फोटो कॉपी या इसकी फोटो संभाल कर रख लें, यह मेरी गारंटी और वचन है।
कांग्रेस 100 यूनिट बिजली योजना एक बार फिर से लागू करेगी
कमलनाथ ने पत्र में आगे कहां की आपको याद ही होगा कि हमारे पिछले सरकार 100 यूनिट बिजली योजना एक बार फिर से लागू होगी इसके साथ ही इस बार 200 मिनट तक की बिजली पर आपको आधा बिल्ली भरना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आपसे निवेदन करना चाहता हूं कि हमारे आधिकारिक घोषणा पत्र पर आपके और आपके परिवार में बहुत सारी अन्य योजनाएं हैं। एक बार हमारा घोषणा पत्र जरूर देख लें।
कमलनाथ ने जनता से किए थे करीब 900 वादे, 15 महीने सरकार मे रहते नौ वादे पूरे नहीं हुए
दूसरी ओर भाजपाहै जोकि कांग्रेस के सभी वादों की हवा निकालने का काम कर रही है। इस मामले में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक बयान सामने आया है, जिसमें वे कह रहे हैं कि पिछले विधानसभा चुनाव में कमलनाथ ने जनता से करीब 900 वादे किए थे, लेकिन 15 महीने सरकार चलाने के बाद नौ वादे भी पूरे नहीं किए।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को जनता की कोई फिक्र ही नहीं है। कमलनाथ उसी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता है, जिसने देश के सुप्रीमकोर्ट में शपथ-पत्र प्रस्तुत करते कहा था कि राम होते ही नहीं हैं। रामायण उपन्यास है। अगर धोखे से भी मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई तो प्रदेश की एक करोड़ 31 लाख से अधिक बहनों को प्रति माह मिलने वाले 1250 रुपये कांग्रेस बंद कर देगी। कमलनाथ की बहनों को लिखी यह चिट्ठी भी एक चुनावी हथकंडा है।
भगवान श्रीराम के अस्तित्व को भी नकार चुकी है कांग्रेस
पिछली बार की नौ घोषणाएं पूरी नहीं करने वाले कमलनाथ ने इस बार भी कई चुनावी घोषणाएं की हैं। मध्यप्रदेश की जनता कांग्रेस पार्टी और उनके नेता कमलनाथ को पहचान चुकी है। आजकल कमलनाथ कहते हैं कि राम तो हमारे भी हैं। हमने कहा- हमने कहां मना किया कि हमारे हैं, लेकिन उस समय कहां थे, जब तुम्हारी कांग्रेस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ-पत्र दिया कि राम होते ही नहीं हैं। हम भी मान लेते हैं राम तुम्हारे भी हैं। राम सबके हैं। जो राम के चरण में चला गया राम उसके हैं। कमलनाथ अब भगवान श्री राम का नाम जीलिए या हनुमान जी का, जनता आपको पहचान चुकी है।
लाड़ली बहनों को रूपए तब तक मिल रहे, जब तक भाजपा की सरकार
कैलाश विजयवर्गीय ने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि 17 नवंबर को सभी बहनें घर से निकलें और भाजपा के पक्ष में मतदान करें। पड़ोसन से अगर झगड़ा भी हो तो भी राष्ट्र निर्माण के लिए झगड़ा भूल जाना और पड़ोसन के साथ भाजपा के पक्ष में मतदान करना। अभी मध्यप्रदेश की एक करोड़ 31 लाख से अधिक बहनों को 1250 रुपये प्रतिमाह मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार दे रही है, आगे बढ़ाकर तीन हजार रुपये प्रति माह किए जाएंगे। यह रुपये तब मिलेंगे जब भाजपा की सरकार बनेगी। गलती से भी कांग्रेस को वोट दे दिया या किसी अन्य पार्टी को दे दिया तो अपने बटुए में जो 1250 रुपये आ रहे हैं वह मिलना बंद हो जाएंगे।
कभी-कभी कपूत भी निकल जाते हैं
विजयवर्गीय का कहना है कि पार्टी का है वह पार्टी का है। भाजपा हमारी मां है। हम सब उसके बेटे हैं। सपूत कभी कपूत भी निकल जाते हैं। भाजपा की आन, बान, शान का ध्यान आपको रखना है। इंदौर से खंडवा आने में पहले 8 घंटे लगते थे। भाजपा की सरकार ने ऐसी सड़कें बनाई हैं कि अब 4 घंटे लगते हैं। 2003 से पहले मध्यप्रदेश में बिजली कैसी आती थी, यह किसानों को मालूम है। बड़ी मुश्किल से तीन घंटे आती थी। मप्र में 5 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था। भाजपा सरकार ने 28 हजार मेगावाट उत्पादन कर दिया।