सिवनीः महाविद्यालय के विद्याथियों ने बारह विधाओं में लिया बढचढकर हिस्सा, कोई बना बाबा साहब अंबेडकर ,बाल गंगाधर तिलक तो कोई बना रानी अहिल्या बाई, शिवगंगा की रानी

आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत हुआ प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन
जिला स्तर पर छात्र छात्राओं ने बिखेरा अपनी प्रतिभा का जादू

आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत दो दिवसीय प्रतियोगिताओं’ का आयोजन किया गया
सिवनी, 25 सितम्बर। भारतीय स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत पीजी कॉलेज में जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ, जिसमें जिले भर के महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सभी बारह विधाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। किसी ने निबंध में बाजी मारी तो किसी ने अपने गायन के जादू से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।


कार्यक्रम के सह संयोजक प्रोफेसर सत्येन्द्र कुमार शेन्डे ने बताया कि भारतीय स्वाधीनता के 75 बरस की थीम पर आयोजित प्रतियोगिताओं के माध्यम से ज्ञात-अज्ञात बलिदानियों का स्मरण कराते हुए लोकतंत्र का जागरूक नागरिक बनने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया गया। बताया कि दो दिवसीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए छात्र छात्राओं के बीच जमकर होड़ लगी रही।
बारह विधाओं में प्रतिभागियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा हुई।
जिसका परिणाम में जिसमें निबंध प्रतियोगिता में शिवानी सनाड्य प्रथम, भाषण प्रतियोगिता में आदित्य राज हटीले प्रथम , रांगोली प्रतियोगिता में माधुरी डहेरिया, शासकीय लॉ कॉलेज, सिवनी में प्रथम
चित्रकला प्रतियोगिता में नेहा उइके प्रथम ,पोस्टर प्रतियोगिता में भूमिका बरदिया प्रथम , ज्ञात-अज्ञात बलिदानियों की छोटी प्रेरक कहानी पाठ प्रतियोगिता में फिज़ा खान प्रथम, ज्ञात-अज्ञात बलिदानियों की बड़ी प्रेरक कहानी पाठ प्रतियोगिता में उज्ज्वल ठाकुर प्रथम , गीत गायन प्रतियोगिता में निवेदिता नाग प्रथम , गीत लेखन प्रतियोगिता में पूजा चौकसे प्रथम , कविता पाठ प्रतियोगिता में जीतेन्द्र मर्सकोले प्रथम , कविता लेखन प्रतियोगिता में पूजा चौकसे प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
’कोई बना तिलक तो कोई बना बाबा साहब अंबेडकर’
स्वाधीनता सेनानियों पर आधारित फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता ने सभी का मन मोह लिया। स्वाधीनता सेनानियों का बाना पहनकर छात्र छात्राओं ने धूम मचा दी। अधिकांश प्रतिभागी छात्राओं ने झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के कई रूप मंच पर दिखाये। दूसरी ओर बाबा साहब अंबेडकर और बाल गंगाधर तिलक के साथ रानी अहिल्या बाई, शिवगंगा की रानी और बेगम हज़रत महल भी मंच पर दिखाई दीं। दर्शक दीर्घा में विद्यार्थियों में इतना उत्साह था कि झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई को मंच पर देखकर भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारे लगाते रहे। फैंसी ड्रेस (बहुरूप परिधान) प्रतियोगिता में पीजी कॉलेज, सिवनी के उज्ज्वल ठाकुर ने बाल गंगाधर तिलक का रूप धारण कर पहला स्थान प्राप्त किया।
संयोजक डॉ रविशंकर नाग ने बताया कि सभी बारह विधाओं में पहला स्थान पाने वाले विजेता विद्यार्थियों को संभाग स्तर पर सिवनी जिले का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा।
प्राचार्य डॉ संध्या श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उम्मीद जताई कि विजेता विद्यार्थी संभाग स्तर पर सिवनी जिले का नाम रोशन करेंगे।
दो दिवसीय प्रतियोगिताओं के कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर सत्येन्द्र कुमार शेन्डे ने किया। प्रोफेसर रचना ने आभार जताया। कार्यक्रम के सुचारू आयोजन में डॉ अरविंद चौरसिया, डॉ रेशमा बेगम, डॉ पूनम अहिरवार, प्रो सोनी भम्मरकर, डॉ रवीन्द्र दिवाकर, डॉ डीपी प्रजापति, प्रो गनेश मंतारे, क्रीड़ाधिकारी केसी राउर, डॉ सुनील कुमार मिश्रा, विधि शिक्षक निशांत दुबे एल्युमनी शिव कुमार यादव समेत समस्त स्टॉफ का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में शासकीय महाविद्यालय छपारा, केवलारी, घंसौर, लखनादौन, बरघाट, कुरई समेत सिवनी के सभी शासकीय और प्राइवेट कालेजों के टीम प्रभारियों सहित प्रतिभागी छात्र छात्राएँ, लखनादौन कॉलेज के प्राचार्य डॉ जीएल तलवारे, पीजी कॉलेज के सभी प्राध्यापकों सहित स्टाफ और बड़ी संख्या में विद्यार्थी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान संवाद

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