अदन की खाड़ी में हूती विद्रोहियों ने 24 घंटे में दो जहाजों को बनाया निशाना
वॉशिंगटन। इजराइल-हमास युद्ध के बाद यमन के हूती विद्रोही ज्यादा ही सक्रिय हो गए हैं। आए दिन जहाजों को निशाना बना रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश खुले शब्दों में चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन हूती अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। एक बार फिर विद्रोहियों ने अदन की खाड़ी में मिसाइल हमले कर दो वाणिज्यिक जहाजों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) ने रविवार को बताया कि यमन के हूती विद्रोहियों ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री नौवहन के खिलाफ मिलिशिया समूह के चल रहे अभियान के तहत पिछले 24 घंटों में दो जहाजों को निशाना बनाया है। जिन जहाजों को निशाना बनाया गया उनमें से एक का नाम तव्विशी था। स्विस के स्वामित्व वाले जहाज पर लाइबेरियाई झंडा लगा था। इस जहाज पर एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया गया था। हालांकि, शुक्र रहा कि चालक दल को कोई चोट नहीं आई।
सेंटकॉम के अनुसार, हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई दो मिसाइलें जर्मन स्वामित्व वाले मालवाहक जहाज नोर्डनी पर गिरीं। इस पर एंटीगुआ और बारबाडोस के झंडे लगे हुए थे। सेंटकॉम ने कहा कि जहाज को नुकसान पहुंचा। मगर चालक दल का कोई सदस्य घायल नहीं हुआ। इससे पहले हूतियों ने दावा किया था कि उन्होंने नोर्डनी और तव्विशी पर हमला किया और बाद में आग के हवाले कर दिया था।
बता दें, गाजा में हो रहे इस्राइल हमलों से मध्यपूर्व बौखलाया हुआ है। मध्यपूर्व गाजा में हो रहे हमलों का कारण अमेरिका को मानता है। इसी वजह से हूती विद्रोही अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों के खिलाफ हमले कर रहे हैं। साथ ही कभी ईरान तो कभी जॉर्डन को कभी सीरिया में अमेरिकी सेना और अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर हमले हो रहे हैं। हाल ही में तुर्किये में दो बंदूकधारी एक अमेरिकी कंपनी में घुस गए, उन्होंने कंपनी में मौजूद सात लोगों को को बंधक बना लिया था।
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