आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस का दृष्टिकोण रखता है भारत: रुचिरा कंबोज – aajkhabar.in
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज.
न्यूयॉर्क । भारत ने एक बार फिर फिलिस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित किया. अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता दिवस के अवसर पर भारत ने फिलिस्तीनी लोगों के साथ भारत के दीर्घकालिक संबंधों और उसके समर्थन की पुष्टि की. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने फिलिस्तीनी लोगों के प्रति भारत का पक्ष रखा. रुचिरा ने संयुक्त राष्ट्र में भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि भारत बातचीत के जरिए टू-स्टेट सॉल्यूशन के पक्ष में है. उन्होंने कहा कि भारत का आतंकवाद के प्रति शून्य-सहिष्णुता का दृष्टिकोण है।
कंबोज ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मैं फिलीस्तीनी लोगों के साथ हमारे गहरे ऐतिहासिक संबंधों और निरंतर समर्थन की पुष्टि करती हूं. उन्होंने कहा कि भारत शांति और समृद्धि के प्रयास में फिलिस्तीन के लोगों के प्रति हमारा निरंतर समर्थन जारी रहेगा. हम फिलिस्तिन के साथ दीर्घकालिक संबंधों की पुष्टि करती हूं।
Pleased to meet with Amb. @ruchirakamboj, Permanent Representative of India 🇮🇳.
Discussed #UNGA78 priorities and key issues on the work of the General Assembly.
Thank 🇮🇳 for its continued support to my Presidency. pic.twitter.com/Nh8eoQXYNb
— UN GA President (@UN_PGA) November 28, 2023
उन्होंने कहा कि भारत का आतंकवाद के प्रति शून्य-सहिष्णुता का दृष्टिकोण है. हम यह भी मानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना एक सार्वभौमिक दायित्व है. कंबोज ने नागरिकों की मौत की निंदा की और जोर दिया कि यह स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि इस मानवीय संकट से निपटने के लिए सभी पक्षों के लिए अत्यंत जिम्मेदारी प्रदर्शित करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि तनाव को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सामूहिक प्रयास करना होगा. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता मिल सके।
उन्होंने कहा कि अभी मानवीय सहायता की छूट और निरंतर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए किया गया युद्ध विराम एक स्वागत योग्य कदम है. इसके अलावा, कंबोज ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत ने 70 टन मानवीय सामान भेजा है. जिसमें 16.5 टन दवाएं और चिकित्सा के लिए जरूरी सामान शामिल है।
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि 7 अक्टूबर को इजराइल में हुए हमले के बाद आतंकी हमले के बाद इजरायल की प्रतिक्रिया को समझा जा सकता है. हमास का हमला हमारी स्पष्ट निंदा के लायक है. आतंकवाद और आम लोगों को बंधक बनाने को किसी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता है. कंबोज ने आगे गाजा में बंधक बनाए गए बंधकों के लिए चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्हें बंधक बना लिया गया है. अपने भाषण के दौरान, उन्होंने शेष बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई का भी आह्वान किया।