ईरान के दूतावास पर इजरायली हमले से बढ़ा तनाव, राष्ट्रपति रईसी ने कहा- करेंगे जवाबी कार्रवाई

तेहरान । सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास के खिलाफ संदिग्ध इजरायली हवाई हमले से तनाव फिर बढ़ गया है। ईरानी सत्ता की ओर से इसे लेकर जवाबी कार्रवाई करने की बात कही गई है। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने मंगलवार को कहा, ‘इजरायल अपने खिलाफ प्रतिरोध मोर्चे को नष्ट करने में विफल रहा है। अब ज़ायोनी शासन (इजरायल) खुद को बचाने के लिए अंध हत्याओं को अपने एजेंडे में शामिल कर रहा है। मगर, उसे यह पता होना चाहिए कि वो कभी भी अपने टारगेट को हासिल नहीं कर पाएगे। साथ ही उसने ये जो कायरतापूर्ण अपराध किया है उसका उसे जवाब मिलेगा।’

सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इजरायली हमले में ईरान के 2 जनरल और 5 अधिकारी मारे गए हैं। यह हमला ऐसे समय में हुआ जब इजरायल की ओर से ईरान के सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाने की घटनाएं बढ़ी हैं। दरअसल, ईरान गाजा और लेबनान में इजरायल से लड़ने वाले चरमपंथी समूहों का समर्थन करता है। गाजा में करीब 6 महीने पहले युद्ध शुरू हुआ। इसके बाद से लेबनान में ईरान समर्थित हिज्बुल्लाह के चरमंपथियों और इजरायल के बीच संघर्ष बढ़े हैं। गाजा पर शासन करने वाले हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। इस समूह को भी ईरान का समर्थन हासिल है।

ईरानी ठिकानों पर हमले से इजरायल करता रहा इनकार
इजरायल ईरानी ठिकानों पर हमले को बमुश्किल ही स्वीकार करता है। उसने सीरिया में हुए इस हमले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, सेना के एक प्रवक्ता ने दक्षिण इजरायल में एक नौसेना अड्डे पर सोमवार तड़के हुए ड्रोन हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया। यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोही भी इजरायल की ओर लंबी दूरी की मिसाइलें दाग रहे हैं। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के मुताबिक, सोमवार को सीरिया में किए गए हवाई हमले में जनरल मोहम्मद रजा जाहेदी की मौत हो गई, जिन्होंने 2016 तक लेबनान और सीरिया में विशिष्ट कुद्स फोर्स का नेतृत्व किया था। इस हमले में जनरल मोहम्मद हादी हजरियाहिमी और 5 अन्य अधिकारियों की भी मौत हुई है।

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