भोपाल: बरगी डैम के 13 और राजघाट डैम के 18 गेट खुले
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भोपाल, 16 अगस्त (हि.स.)। राजधानी भोपाल सहित मध्यप्रदेश के अधिकाश इलाकों में पिछले चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से नर्मदा, चंबल, बेतवा, ताप्ती, शिप्रा उफान पर आ गई हैं। कई बांधों के गेट खोलना पड़ गए हैं। भोपाल में दो दिन से हो रही लगातार बारिश के चलते कलियासोत, भदभदा और कोलार के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि बड़े डैमों की बात करें तो जबलपुर के बरगी के 13 और अशोकनगर जिले के राजघाट डैम के 18 गेट खोलने पड़े हैं।
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बरगी बांध के 21 में से 13 गेट खुले
लगातार चार दिन से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश के बाद बरगी बांध के 21 में से 13 गेट खोल दिए गए हैं। यहां 3 हजार मीटर प्रति सेकंड पानी को छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण नर्मदा नदी उफान पर आ गई है। बांध के गेट खुलते ही ग्वारीघाट से लेकर तिलवारा घाट और भेड़ाघाट के सभी घाट जलमग्न हो गए हैं। वही नर्मदा नदी के बीच स्थित मां नर्मदा का मंदिर भी पूरी तरह डूब गया। जिसके बाद एहतियात के तौर पर प्रशासन व पुलिस ने मोर्चा संभाल रखा हुआ है।
राजघाट बांध डैम के खुले 18 गेट
रानी लक्ष्मीबाई परियोजना राजघाट बांध जोकि मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश की सीमा पर बेतवा नदी पर बना हुआ है। ऊपर के क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के चलते बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बेतवा रिवर बोर्ड द्वारा आज राजघाट बांध के पूरे 18 गेट खोल दिए गए हैं जिसमें से लगभग 3 लाख क्यूसेक से ऊपर पानी छोड़ा जा रहा है। बांध के निचले हिस्सों में प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है साथ ही बांध पर सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौक चौबंद है।
सीएम ने सेठानी घाट पहुंचकर लिया बाढ़ का जायजा
मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को अतिवृष्टि और नदियों में बढ़ रहे जल-स्तर के दृष्टिगत नर्मदापुरम जिले के सेठानी घाट एवं नर्मदा महाविद्यालय पहुँच कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। मौसम विभाग द्वारा जारी भारी वर्षा की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए यह तय किया जा रहा है कि बांधों से एक साथ पानी न छोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि बारिश अधिक होने से बरगी, बारना, तवा, कोलार सहित अन्य सभी बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नर्मदा का जल-स्तर बढ़ा है। नीचे के भी अन्य बांधों से पानी छो़ड़ा गया है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि बारिश रूक गई है। अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। अभी बारिश की संभावना बनी हुई है, इसलिए पूरी सावधानी रखने की जरूरत है। विधायक सर्वश्री डॉ. सीतासरन शर्मा, विजयपाल सिंह और ठाकुर दास नागवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू यादव एवं पार्षद मौजूद रहे।
अधिकारियों को दिए व्यवस्था बनाने और सजग रहने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने संभागायुक्त माल सिंह, कलेक्टर श्री नीरज सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरूकरण सिंह सहित अन्य अधिकारियों को राहत केंद्रों पर स्वास्थ्य, पेयजल, साफ- सफाई तथा शौचालय सहित अन्य व्यवस्थाओं को बनाए रखने एवं सावधानी के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि कोई गाँव बाढ़ की चपेट में तो नहीं है। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि माखन नगर ब्लाक के साढ़े तीन गाँव का सड़क से संपर्क कट गया है। वहाँ पर बोट पहुँचा दी गई हैं। होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने मालाखेड़ी और निमसाड़िया गाँव की जानकारी ली। साथ ही सभी निचले क्षेत्र के नागरिकों से संपर्क बनाए रखने के निदेश अधिकारियों को दिए।
इनपुट- हिन्दुस्थान समाचार/ददन/निर्मल/राजू
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