भारतीय शास्त्रीय कला और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव कथकली प्रदर्शन का आयोजन

 

रतलाम 25 नवंबर सांस्कृतिक मंत्रालय एवं एसआरएफ के सहयोग से स्पीक मेंके  द्वारा सोमवार को जिले के कन्या शिक्षा परिसरद सैफायर स्कूलसृजन कॉलेज में भारतीय शास्त्रीय कला और संगीत को प्रोत्साहित करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम कई पुरस्कारों से नवाजे गए प्रख्यात कथकली कलाकार श्री नंदकुमारन नायर (केरल) एवं उनकी मंडली द्वारा आयोजित किया गया ।

आयोजन में कथकली नृत्य की विभिन्न कलाओ और मुद्राओं का प्रदर्शन  किया गया जो भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत  को जीवन के रूप में प्रस्तुत करता है। कलाकारों ने अपनी भाव भंगिमाओं के माध्यम से भारतीय शास्त्रीय नृत्य की सुश्मिताओं को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। श्री नंदकुमारन नायर ने हस्तमुद्राओ एवं मुखमुद्राओ से नौ रसों को समझाया, साथ ही हाथीशेर और सर्प की कहानी को भी भाव भंगिमाओ से प्रदर्शित किया। तदुपरांत कलाकारों द्वारा महाभारत से लिए गए द्रोपदीभीम पर आधारित कथा को भी कथकली नृत्य के माध्यम से दर्शाया गया।

इस अवसर पर स्पीक मेंके के संयोजक श्री आनंद व्यास ने कलाकारों का परिचय दिया।  द सेफायर स्कूल संचालक श्री प्रमोद व्यासश्रीमती पुष्पा व्यास, श्री संजय व्यास एवं संस्था के अन्य सदस्यों द्वारा शाल-श्रीफल से स्वागत किया सृजन कॉलेज के निसर्ग दुबे ने भी अपने यहां आयोजित कार्यक्रम में मोमेंटो देकर अतिथियों का स्वागत किया।

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