क्या ज्यादा पेशाब आना डायबिटीज का भी संकेत हो सकता है? डॉक्टर से जानें

नई दिल्‍ली । हम सब जानते हैं कि हमारा 70 प्रतिशत शरीर पानी से बना है. हमें अपने शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए पानी की आवश्यकता होती है, इसकी पूर्ति हम पानी और लिक्विड डाइट के रूप में पूरा करते है, लेकिन हमारे शरीर का अतिरिक्त पानी और वेस्ट पेशाब के तौर पर बाहर निकल आता है। हालांकि हम जितना अधिक पानी पीते हैं हमें उतना ही अधिक पेशाब आता है लेकिन ज्यादा ठंड और प्रेगनेंसी ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से हमें ज्यादा पेशाब आता है. लेकिन ज्यादा पेशाब आना डायबिटीज का भी संकेत हो सकता है।

डायबिटीज के मरीजों को भी अत्याधिक पेशाब आता है. हमारे देश में 1 मिलियन से अधिक लोग इस बीमारी से ग्रस्त है. और इससे ज्यादा संख्या उन लोगों की है जो डायबिटीज के बॉर्डर पर खड़े हैं यानी उन्हें डायबिटीज तो नही लेकिन उसका खतरा है जिसे मेडिकल भाषा में प्री-डायबिटीज कहते है. प्री- डायबिटीज की बात की जाए तो इसका सबसे बड़ा लक्षण ही ज्यादा पेशाब आना है।

ज्यादा पेशाब आने की क्या है वजह

ज्यादा या बार-बार पेशाब आना शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का एक बड़ा संकेत है. इसलिए इसे भूलकर भी नजरअंदाज नही करना चाहिए. अगर आपको लग रहा है कि आपको सामान्य से ज्यादा पेशाब आ रहा है तो आपको एक बार अपने शुगर की जांच जरूर करानी चाहिए।

क्यों तेजी से बढ़ रहे हैं डायबिटीज के मामले?

लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एंड एस. एस. के. हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के एच.ओ. डी डॉ. एल. एच. घोटेकर के मुताबिक, हमारा खराब लाइफस्टाइल और गलत खाने पीने की आदत हमें डायबिटीज के करीब ले जाती जा रही है. वहीं जिन लोगों में मोटापे की समस्या है और परिवार में पहले किसी को डायबिटीज की बीमारी रही है तो इनको डायबिटीज का रिस्क अधिक होता है।

डॉ घोटेकर बताते हैं कि डायबिटीज दो प्रकार की होती है. टाइप-1 और टाइप-2, लेकिन डायबिटीज अन्य प्रकार की भी होती हैं जैसे गर्भकालीन मधुमेह, डेढ़ प्रकार का मधुमेह (LADA), दवा प्रेरित, MODY आदि. बार-बार यूरिन आना डायबिटीज के अलावा ओवरएक्टिव ब्लैडर का भी लक्षण हो सकता है. साथ ही यूरीनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन का भी एक लक्षण हो सकता है जो सामान्यत: महिलाओं में ज्यादा होता है. इसलिए सामान्य से ज्यादा बार यूरिन आने पर अपनी संपूर्ण जांच जरूर करवाएं, इसे अनदेखा न करें।

डायबिटीज के अन्य लक्षण

– ज्यादा यूरिन आना

– हाथ पैर का सुन्न होना

– घाव का जल्दी ठीक न होना

– ज्यादा या कम भूख लगना

– प्यास ज्यादा लगना, गला सूखना जैसे लक्षण शामिल है.

डायबिटीज होने की वजह

टाइप-1 डायबिटीज जहां आनुवांशिक कारणों से होती है वही टाइप-2 डायबिटीज के लिए

– हमारा अनहेल्दी लाइफस्टाइल

– गलत खाने पीने की आदत

– मोटापा

– शरीर में इंसुलिन का न बनना

– पारिवारिक इतिहास जैसे कारण जिम्मेदार हैं

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