स्व-सहायता समूहों को मिलेंगी अनेक महत्वपूर्ण कार्यों में जिम्मेदारी

भोपाल, 08 मार्च। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गेहूँ और अन्य फसलों की खरीदी भी अब महिला स्व-सहायता समूह करेंगे, जिसमें उनको कमीशन मिलेगा। उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन में प्रयुक्त तेल, मसाले आदि की खरीदी भी महिला स्व-सहायता समूह से की जाएगी। पंचायत स्तर पर होने वाले सर्वेक्षणों में महिला स्व-सहायता समूहों को शामिल किया जाएगा। मनरेगा के तहत 50 प्रतिशत मेट महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य होंगी। अभी यह 23 प्रतिशत है। शासकीय स्कूलों के बच्चों की यूनिफार्म महिला स्व-सहायता समूह ही सिलेंगे। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लोकल को वोकल बनाने की बात कही है। प्रदेश में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से लोकल को वोकल बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 10 महिला समूहों से जीवंत संवाद भी किया।

नशा मुक्ति अभियान में स्व-सहायता समूह जुड़ेंगे

प्रदेश को अभियान चलाकर नशा मुक्त बनाया जाएगा। इसमें महिला स्व-सहायता समूहों की सशक्त भागीदारी होगी। पूर्ण रूप से नशा मुक्त पंचायतों को पुरस्कृत करने के साथ अलग से विकास के लिए राशि भी दी जाएगी। आत्म-रक्षा के लिए बेटियों के लिए आज से अपराजिता कार्यक्रम लागू किया गया है। इसमें प्रदेश की 23 हजार छात्राओं को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जाएगी।

हिन्दुस्थान संवाद

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