किसानों से नरवाई न जलाने की अपील

हार्वेस्टर से फसल कटाई के दौरान सुरक्षा हेतु पानी व रेत की व्यवस्था रखें

सिवनी, 31 मार्च। कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग ने खेतों में गेहूं फसल की खड़ी फसल एवं कटाई कार्य के मद्देनजर कृषकों से नरवाई न जलाने की अपील की है। उन्होंने कृषकों को अवगत कराते हुए कहा कि नरवाई जलाने से आस-पास की फसलों में आग लगने की संभावनाएं बनी रहती है। साथ ही यह भी देखने में आया है कि, हार्वेस्टर से फसल कटाई के समय घर्षण से उत्पन्न उष्मा से आगजनी की घटनायें भी हुई है अतः कृषक भाईयों से यह अपील है कि हार्वेस्टर से फसल कटाई के समय ड्रम में पानी भरकर रखें। बिजली के ट्रांसफॉर्मर के आस-पास स्थित फसल को पहले ही मजदूरों के माध्यम से कटवा कर उस जगह को खाली कर लिया जाए जिससे कि भविष्य में ट्रांसफार्मर/ बिजली से आगजनी जैसी घटना न हो पाए तथा एसी किसी भी समस्या से त्वरित निपटा जा सके। जिले में गेहूं फसल की कटाई का कार्य मुख्यतः हार्वेस्टर के माध्यम से किया जाता है। किसान भाई हार्वेस्टर से फसल कटाई के बाद खेतों में बची नरवाई न जलाएं बल्कि उसका समुचित निपटारा करें। नरवाई जलाने से पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव तो पडता ही है साथ ही साथ मृदा जाने वाले लाभदायक जीवाणु भी इस से प्रभावित होते है। नरवाई जलाने से जमीन की उपजाऊ शक्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है एवं मृदा तापमान, मृदा की नमी, मृदा संरचना पर भी इसके दुष्परिणाम भविष्य में देखने को मिलते है। नरवाई जलाने से नजदीकी किसान भाई के खेतों तक आग पहुंचने की संभावना प्रबल रहती है। अत: कृषक भाई नरवाई न जलाकर स्ट्रारीपर के माध्यम से भूसा तैयार कर सकते हैं साथ ही नरवाई के और बेहतर निपटारे के लिये बायो डीकंपोजर की सहायता से नरवाई को उपयोगी खाद में परिवर्तित भी कर सकते है।  

हिन्दुस्थान संवाद

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