आबादी को बढ़ाने दक्षिणी कोरिया सरकार हर बार बच्चे पैदा करने पर कर्मचारियों को देंगी 75 हजार डॉलर

Tension in South Korea due to falling birth rate government will take the  help of domestic helpers to boost/दक्षिण कोरिया में जन्मदर गिरने से खलबली,  जनसंख्या बढ़ाने में सरकार लेगी घरेलू ...

 

सियोल। दक्षिणी कोरिया में घटती हुई आबादी सरकार के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। संकट के कारण आबादी को बढ़ाने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही हैं। इसी कड़ी में सियोल स्थित दक्षिण कोरियाई कंपनी बूयॉन्ग ग्रुप अपने कर्मचारियों को हर बार बच्चा पैदा होने पर 100 मिलियन कोरियाई वॉन यान 75,000 डॉलर का बोनस देने के लिए तैयार है।

एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने यह फैसला देश की बेहद कम जन्मदर को बेहतर बनाने के लिए किया है। कंपनी ने कहा है कि उसकी इस योजना का लाभ पुरुषों और महिलाओं दोनों को होगा। 5.25 मिलियन डॉलर नकद बाटेंगी कंपनी इस बर्थ प्रोग्राम के तहत बूयॉन्ग ग्रुप ने तो उन कर्मचारियों के लिए बोनस बढ़ा दिया है, जिनके 2021 के बाद से बच्चे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे 70 कर्मचारी हैं, जो 2021 से अब तक माता-पिता बने हैं और कंपनी अपने इन कर्मचारियों को 5.25 मिलियन डॉलर (करीब 43 करोड़ रुपये) नकद वितरित करने की तैयारी में है। चीन और जापान की तरह ही दक्षिण कोरिया भी जन्म दर में गिरावट के साइड इफेक्ट्स से जूझ रही है।

बढ़ती उम्र और असंतुलित आबादी का मतलब है कि देश में सेवानिवृत्त वृद्ध लोगों की संख्या में जोरदार इजाफा हो सकता है, जबकि देश में युवा आबादी कम हो रही है। दक्षिण कोरिया को अपनी वर्तमान जनसंख्या को बनाए रखने के लिए 2.1 की प्रजनन दर की आवश्यकता है। प्रजनन दर कम होने की ये है वजह बता दें कि दक्षिण कोरिया में दुनिया की प्रजनन दर सबसे कम है, क्योंकि अधिकांश महिलाएं अपने करियर और बच्चों के पालन-पोषण की वित्तीय लागत के बारे में चिंतित हैं और उन्होंने बच्चे पैदा न करने या बच्चे के जन्म में देरी करने का फैसला किया है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दक्षिण कोरिया में अगले कुछ वर्षों में देश की जन्मदर रिकॉर्ड निचले स्तर तक जा सकती है, जिससे उसकी जनसांख्यिकीय चुनौतियां और बदहाल हो सकती हैं। एक पूर्वानुमान जारी करते हुए बीते दिनों देश के सांख्यिकी कार्यालय ने कहा था कि प्रति महिला अपेक्षित शिशुओं की संख्या इस वर्ष संभवतः गिरकर 0.72 हो गई है और 2025 तक यह गिरकर 0.65 तक पहुंचने की उम्मीद है।

follow hindusthan samvad on :