अपडेट सिवनीः आक्रोशित ग्रामीणों ने बाघ के हमले से मृत पंचम के शव को रखकर किया सिवनी-नागपुर फोरलेन मार्ग पर चकाजाम , 06 घंटे रहा यातायात बाधित
समझाईश के बाद शाम 6.25 बजे यातायात हुआ सामान्य,
गंभीर मरीजों को ले वाली एम्बुलेंस को रोका गया ,नही जाने दिया सिवनी, और नागपुर , होते रहे परेशान दोपहिया वाहन चालक सहित चौपहिया वाहन चालक और यात्री
सिवनी, 30 सितम्बर। जिला मुख्यालय से सिवनी से नागपुर जाने वाले फोरलेन मार्ग( राष्ट्रीय राज्यमार्ग-44) व भारत का पहला साउंड और लाइट प्रूफ हाइवे के प्रांरभ होने वाले मुख्य द्वार (ग्राम मोहगांव) पर ग्राम करकोटी व आसपास के ग्रामों के ग्रामीणों ने कांग्रेस के बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया के समर्थन में बीते दिन बाघ के हमले से मृत पंचम उइके के शव को रखकर चकाजाम किया जो कि 06 घंटे तक चला जिससे अति आवश्यक सेवाएं एंबुलेंस , ट्रक, चौपहिया वाहन ,निजी वाहन, यात्री बसें सहित दो पहिया वाहन भी प्रवेश द्वार से सिवनी की ओर नही आ सके और ना ही सिवनी से नागपुर की जा सकें। ग्रामीणों द्वारा लट्ठ लेकर दोपहिया वाहन चालकों तक को रोका गया जिससे आम जन परेशान होते रहे। काफी मशक्कत के बाद शाम 6.25 के बाद पुलिस प्रशासन , राजस्व अधिकारियों व वन विभाग के अधिकारियों की समझाईश के बाद यातायात प्रांरभ हुआ।
यह था मामला
दक्षिण सामान्य वनमंडल अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र रूखड के दरासी बीट, अरी सर्किल आर एफ 196 के जंगल में 29 सितम्बर की दोपहर को मवेशी चराने गये 25 वर्षीय युवक पंचम पुत्र मुंशी लाल उइके ग्राम करकोटी निवासी की बाघ के हमले से मौत हो गई थी। घटनाक्रम में पुलिस प्रशासन, राजस्व , वन विभाग ने त्वारित कार्यवाही की। बाघ के हमले से करकोटी निवासी पंचम उइके की मौत की जानकारी लगते ही आसपास के ग्राम के ग्रामीण एकत्रित हो गये और आक्रोशित ग्रामीणों ने घटना स्थल से मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु लाने के लिए प्रशासन व विभागीय अधिकारी को शव ले जाने नही दिया तथा गुरूवार की रात भर हंगामा करते हुए शासकीय वाहनों में तोडफोड की। वहीं रात्रि भर भूखे प्यासे वन अमले ने मृतक के शव के पास रहकर शव की देखभाल की। घटना स्थल के पास अरी, कुरई पुलिस का बल, राजस्व अमला, पेंच पार्क के अधिकारी, दक्षिण सामान्य के अधिकारी उपस्थित रहे, जो ग्रामीणों को रात में समझाइश देते रहे है लेकिन वे नही माने।
शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों की संख्या में इजाफा हुआ और बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया के समर्थन में सुबह 11 बजे ग्राम मोहगांव स्थित राष्ट्रीय राज्य मार्ग -44 के प्रवेश द्वार के नीचे सभी एकत्रित हुए और बाघ के हमले से मृत पंचम उइके का शव रखकर अपनी मांगों को लेकर चकाजाम करना प्रांरभ किया। शाम के समय लगभग 6.25 बजे समझाईश के बाद ग्रामीणों ने चकाजाम हटाया इसके बाद यातायात को व्यवस्थित करने में प्रशासन जुट गया।

यह थी मांगे
ग्रामीणों की मांग थी कि मृतक के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता, एक सदस्य को शासकीय नौकरी व घटना को अंजाम देने वाले बाघ से सुरक्षा की जाए और उसे अंन्यंत्र जगह भेजा जाएं, फेंसिंग लगाई जायें।
एंबुलेंस को नही जाने दिया, मरीज के परिजन होते रहे परेशान
फोरलेन मार्ग में चक्का जाम को लेकर भारी संख्या में पुलिस प्रशासन तैनात है तथा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया। इस दौरान मरीजों को नागपुर जाने व आने वाली एम्बूलेंस को भी रोक दिया गया जिससे मरीजों व परिजनों का परेशानियों का सामना करना पडा। चकाजाम के चलते दो पहिया व चार पहिया वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रभावित रहा। चकाजाम के दौरान गाडियों पर लट्ठ फटकना , पुलिस कर्मियों पर महिलाए लट्ठ लेकर दौंडती नजर आई वहीं कलेक्टर मुर्दाबाद, प्रशासन मुर्दाबाद, तथा हाइवे पर लगे बोर्डो पर बाघ के चित्रों पर आग लगाई गई और टायर भी जलाये गये है। इस दौरान तेज गर्मी के कारण वन विभाग द्वारा बर्फ की सिल्लीयां शव में रखने के लिए लाई गई।
स्थानीय नेता दिखे सक्रिय
देखा गया कि चकाजाम के दौरान कांग्रेसी विधायक अर्जुनसिंह काकोडिया, जिला पंचायत सदस्य तेजसिंह रघुवंशी, देवीसिंह चौहान व स्थानीय नेतागण सक्रिय दिखायी दिए। ज्ञात हो कि चक्काजाम के चलते आवागमन पूर्णतः बंद रहा, जहां अति आवश्यक सेवा के वाहन ग्रामीणों ने रोक दिये इस दौरान ग्रामीण लट्ठ लेकर नजर आयें। चकाजाम के दौरान प्रत्यक्षदशिर्यो के अनुसार दो पहिया, चौपहिया वाहनों , यात्री बसों की लंबी कतार कई किलोमीटर तक लगी रही।
मृतक के परिजनों की मांगे की गई पूरी
समझाईश के बाद मृतक के परिजनों को 5 लाख रूपये दिए जाने की बात अधिकारियों द्वारा कही तथा परिवारजनों में से एक सदस्य को सुरक्षा श्रमिक के रूप में वन विभाग में पदस्थ किए जाने पर अधिकारियों ने सहमति दर्ज करायी तथा बाघ से सुरक्षा के लिए घटना स्थल के आसपास फैंसिग लगाए जाने तथा बाघ को घटना स्थल से हटाने की कार्यवाही की बात कही।
राष्ट्रपति के नाम 06 सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
क्षेत्रीय विधायक (कांग्रेस) अर्जुन सिंह काकोडिया ने बताया कि बाघ के हमले से मृत आदिवासी पंचम उइके के शव को लेकर एनएच 44 पर शुक्रवार को चकाजाम किया गया था। कलेक्टर , एसपी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी चकाजाम स्थल पर नही आये ंना ही उनके द्वारा हमारी कोई बात सुनी गई। जिस पर शाम को क्षेत्रीय लोगों की सहमति पर चकाजाम को समाप्त किया गया है और राष्ट्रपति के नाम कुरई एसडीएम घोरमारे को 06 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया है और मांग की गई है कि मृतक के परिजनों को एक करोड की राशि, पेंशन दी जाए , पेंच अभ्यारण में नाइट सफारी तत्काल बंद की जायें, टाइगर कंट्रोलर अथारिटी के मुख्य अधिकारी को तत्काल निलंबित कर मुकदमा दर्ज किया जाएं। पेंच टाईगर रिजर्व के अंतर्गत हाथी बल के द्वारा उक्त आदमखोर बाघ को पहचान कर अन्य जगह भेजा जाएं, वन विभाग व पेंच अभ्यारण अंतर्गत संचालित बफर जोन, बाघ कारिडोर, परियोजना वा अन्य संचालित व्यवसायिक संस्थान जो कि अवैध ढंग से व असंवैधानिक रूप से कार्यरत है उन्हें तत्काल प्रभावी रूप से बंद किया जाये।
दक्षिण सामान्य वनमंडल के एसडीओ योगेश पटेल ने बताया कि बाघ के हमले से मृत पंचम उइके के परिजनों की मांगों को पूरा कर दिया गया है। उक्त बाघ को अन्य जगह ले जाया जायेगा इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति मांगी गई है। फैंसिंग कार्य के लिए भी अनुमति मांगी गई तथा परिजनों को चार लाख रूपये का चेक प्रदान किया गया है अन्य राशि 1 लाख रूपये शीघ्र ही दे दी जायेगी तथा मृतक के परिजनों में एक व्यक्ति को सुरक्षा श्रमिक के रूप में जल्द ही नियुक्त किया जायेगा।
हिन्दुस्थान संवाद
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