नवदुर्गा उत्सव में प्रारंभ हुई शिव महापुराण कथा, पहले ही दिन शिवमय हुआ मंदसौर

मंदसौर 26 सितम्बर (हि.स.)। जब भक्ति जागती है तो पाप कटता जाता है। प्रतिदिन शिव मंदिर जाइए, भगवान भोलेनाथ को एक लोटा जल चढाइए, एक लोटा जल ही आपकी सारी समस्याओं का हल है। भक्ति से ही व्यसन मुक्ति संभव है। लेकिन जब मंदिर जाएं, कथा श्रवण करने जाएं, तो अपना अभिमान त्याग कर जाएं।

यह बात शिव महापुराण के मर्मज्ञ, अंतरराष्ट्रीय कथा प्रवक्ता पंडित प्रदीप मिश्रा ने सोमवार को कॉलेज ग्राउंड मंदसौर में प्रारंभ हुई शिव महापुराण कथा के प्रथम दिवस कही। पहले ही दिन आयोजन ने ऐतिहासिक दिव्यता हासिल करते हुए भव्य रुप लिया। मंदसौर के धार्मिक इतिहास का सबसे बड़ा पंडाल भी छोटा पड़ गया और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जत्थे के जत्थे कथा श्रवण करने पहुंचे। इस अवसर पर कथा के प्रारंभ में दीप प्रज्वलन संत भीमाशंकर शास्त्री धारियाखेड़ी, सुधीर गुप्ता सांसद मन्दसौर, हरदीप सिंह डंग कैबिनेट मंत्री मध्य प्रदेश शासन, यशपालसिंह सिसोदिया विधायक मन्दसौर, देवी लाल धाकड़ विधायक गरोठ, समिति अध्यक्ष प्रदीप गनेड़ीवाल उपस्थित थे।

सैनिक सीमा की कथाकार संस्कृति की रक्षा करते हैं

पंडित मिश्रा ने कहा कि सैनिक सीमा की रक्षा करते हैं, इसी प्रकार कथाकार सनातन धर्म की सभ्यता की संस्कृति की रक्षा करते हैं। कथा चाहे कोई भी हो चाहे वह श्रीमद्भागवत हो, श्री राम कथा हो या श्री शिव महापुराण सभी कथा हमें संस्कृति से जोड़ती है। आप ने यह भी कहा कि कथा बांटने वाले से कथा सुनने वाला बड़ा होता है। जो जमीन पर बैठकर कथा सुन रहे हैं वही असली श्रोता है वही जमीदार हैं।

जीवन संवार देती है शिव नाम की भक्ति

पंडित मिश्रा ने कहा कि शिव नाम की भक्ति जीवन को संवार देती है। मन से श्रवण करने पर यह सभी समस्याओं का हल प्रदान करती है। आप भक्ति की राह पर आकर देखिए कथा श्रवण कीजिए। भगवान भोलेनाथ मंव मन लगाइए, आप जो पाएंगे वह बस आप ही जान पाएंगे।

अपने बच्चों को संस्कृति और संस्कारों की सिकाई दें

पंडित मिश्रा ने कहा कि अपने बच्चों को जब वे कच्ची उम्र में है, तभी से संस्कृति और संस्कार प्रदान करें संस्कृति और संस्कार लेकर बच्चा यदि सिक जाएगा तो फिर कोई भी उसे धर्म से विमुख नहीं कर पाएगा।

इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया

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