Seoni: बाघ शावक का रेस्क्यू कर सुरक्षित अवस्था में अपने संरक्षण में लिया
सिवनी, 12 अप्रैल। जिले के पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र रूखड बफर की बीट रजोला अंतर्गत ग्राम साखादेही के क्षेत्र से बुधवार को एक बाघ शावक का रेस्क्यू पेंच पार्क की टीम ने किया है जिसे रेस्क्यू उपरांत बाघ शावक को सुरक्षित अवस्था में अपने संरक्षण में लिया है। बाघ शावक को उसकी मॉ बाघ से मिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

पेंच टाईगर रिजर्व के उपसंचालक रजनीश सिंह ने हिस को बताया कि 11 अप्रैल की दोपहर 1.50 बजे परिक्षेत्र अधिकारी रूखड बफर को उनके मोबाईल पर सूचना प्राप्त हुई कि बीट रजोला अंतर्गत राजस्व ग्राम साखादेही के क्षेत्र में ग्रामीणों को तालाब के पास एक बाघ शावक दिखाई दिया है। सूचना पर परिक्षेत्र अधिकारी रूखड़ एवं अधीनस्थ अमला मौके पर पहुंचकर क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। बाघ शावक के तालाब के पास आईपोमिया (बेशरम) की झाड़ियों के भीतर होने की पुष्टि होने पर परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा पेंच पार्क के उप संचालक, अधीक्षक पेंच मोगली अभयारण्य एवं वन्यप्राणी चिकित्सक को सूचना दी गयी। राजस्व क्षेत्र में ग्रामीणों की भीड़ होने की संभावना को देखते हुये कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु सूचना पुलिस एवं राजस्व विभाग को दी गयी एवं पुलिस एवं राजस्व विभाग का अमला भी मौके पर पहुंचा।
आगे बताया गया कि अधीक्षक पेंच मोगली अभयारण्य एवं वन्यप्राणी चिकित्सक की उपस्थिति में परिक्षेत्र अधिकारी रूखड़ के नेतृत्व में दल गठित कर क्षेत्र का अच्छी तरह से निरीक्षण किया गया, किन्तु कहीं भी अन्य किसी वयस्क बाघ/बाघिन के पगमार्क या अन्य कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुये । इस संभावना को देखते हुये कि रात्रि में मादा बाघ शावक को लेने क्षेत्र में आ सकती है दल गठित कर क्षेत्र से पर्याप्त दूरी एवं सर्तकता बनाते हुये सुरक्षा व्यवस्था हेतु प्रबंध किये गये। ग्रामीण क्षेत्र में वाहनों से मुनादि कराकर ग्रामीणों को तालाब के आस-पास के क्षेत्र में न जाने एवं वनक्षेत्र में भी न जाने की हिदायत दी गयी एवं इस कार्य में पुलिस एवं राजस्व विभाग से समन्वय बनाते हुये रात्रि में क्षेत्र की अच्छी तरह से निगरानी की गयी। तालाब के आस-पास के संभावित वन्यप्राणी विचरण क्षेत्र में कैमरा ट्रेप स्थापित किये गये एवं सुबह तक प्रतीक्षा करने का निर्णय लिया गया।
आगे बताया गया कि बुधवार सुबह 5बजे से स्टाफ एवं रेस्क्यू दल को मौके पर बुलाकर वन्यप्राणी चिकित्सक की निगरानी में क्षेत्र का पुनः निरीक्षण कराया गया। लगाये गये कैमरा ट्रेपस में से एक कैमरा ट्रेप में बाघ शावक दिखाई दिया किन्तु किसी अन्य बाघ की उपस्थिति नहीं दिखायी दी न ही बाघ शावक के क्षेत्र से बाहर जाने की पुष्टि हुयी तब क्षेत्र में ग्रामीणों की बढ़ रही भीड़ एवं कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुये वन्यप्राणी को रेस्क्यू किये जाने की कार्यवाही प्रारंभ की गयी। उप संचालक एवं अधीक्षक पेंच मोगली अभयारण्य की उपस्थिति में वन्यप्राणी चिकित्सक द्वारा बाघ शावक को बिना निश्चेत किये जांल की सहायता से स्वस्थ अवस्था में रेस्क्यू किया गया एवं रेस्क्यू उपरांत बाघ शावक को सुरक्षित अवस्था में अपने संरक्षण में लिया है। बाघ शावक को उसकी मॉ बाघ से मिलाने का प्रयास किया जा रहा है।