सिवनीः दो पीठों के शंकराचार्य के देवलोक गमन पर राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया जाना निंदनीय – हिंगलाज सेना

सिवनी,13 सितम्बर। दो पीठों के शंकराचार्य और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के परमहंसी आश्रम में ब्रह्मलीन होने के बाद सरकार के द्वारा राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किये जाने के चलते देश के करोड़ों सनातनी अनुयायियों की आस्था को ठेस पहुंची हैं। जिसकी हम घोर निंदा करते हैं। यह बात राष्ट्रीय हिंगलाज सेना के सिवनी जिला मीडिया प्रभारी अश्वनी मिश्रा ने मंगलवार को कही हैं।


दो पीठों के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज जी के द्वारा संस्थापित राष्ट्रीय हिंगलाज सेना के जिला मीडिया प्रभारी अश्वनी मिश्रा ने कहां है कि एक तरफ सरकार ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर देश में राष्ट्रीय शोक घोषित करती हैं।

लेकिन दूसरी ओर दो पीठों के शंकराचार्य और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सनातन धर्म के ध्वजा वाहक स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के देवलोक गमन पर सरकार के द्वारा राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया गया। मिश्रा ने आगे कहा कि इस देश में विदेश की महारानी के निधन को अपूर्णनीय क्षति मानकर राष्ट्रीय शोक घोषित किया जाता हैं। वही दो पीठों के शंकराचार्य और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सनातन धर्म के ध्वजा वाहक राष्ट्रीय संत जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के देवलोक गमन पर सरकार के द्वारा राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किये जाने से देश के करोड़ों सनातन धर्म के अनुयायियों की आस्था को ठेस पहुंची हैं। मिश्रा ने आगे कहा कि देश प्रदेश और जिले के बड़े-बड़े राजनेताओं ने जगतगुरु को श्रद्धांजलि तो अर्पित कर दी किंतु राष्ट्रीय शोक घोषित कराने के लिए किसी भी तरह का सार्थक प्रयास उनके द्वारा नहीं किया गया। इतना नहीं सिवनी जिले के गौरव और जिले में जन्म लेने वाले महाराज श्री के देवलोक गमन पर जिला कलेक्टर भी अंजान बने रहे। जबकि जिला कलेक्टर का अधिकार था कि वह स्वयं निर्णय लेते हुए जिले में 1 दिन का अवकाश घोषित कर सकते थे। वही सरकार के द्वारा भी दो पीठों के शंकराचार्य के ब्रह्मलीन होने पर अनदेखी करते हुए राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया। देश के करोड़ों सनातन धर्म के अनुयायियों की ओर से राष्ट्रीय हिंगलाज सेना इस बात को लेकर सरकार की घोर निंदा करती हैं, और सरकार में बैठे मठाधीशों को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हैं।
हिन्दुस्थान संवाद

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