Seoni: पेंच पार्क के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर वन संरक्षण की अलख जलायेगा जागरूकता वाहन , क्षेत्र संचालक ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
सिवनी, 10 जनवरी। वन एवं वन्यप्राणी संरक्षण व हिसंक वन्यप्राणियों से बचने के लिए उपाय तथा आम लोगों में फैली भ्रांतिया को दूर करने के लिए पेंच टाईगर रिजर्व द्वारा एक पहल करते हुए जागरूकता वाहन के माध्यम गांव-गांव भ्रमण कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया है। मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित पेंच टाईगर रिजर्व कार्यालय में इस जागरूकता वाहन (साइकिल) को ग्रामीणों क्षेत्रो में जागरूकता लाने के लिए हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र संचालक जे.देवाप्रसाद ने रवाना किया। इस दौरान जागरूकता वाहन में सवार वन परिक्षेत्र अधिकारी रूखड शुभभ बडोनिया जागरूकता वाहन को लेकर ग्रामीण क्षेत्रो के लिए रवाना हुए।
उल्लेखनीय है कि बीते माह जिले में बाघ के हमले से दो जनहानि हुई जिससे आम लोगों में भय व्याप्त है। तथा लोगों में बाघ के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए वन अमला सतत प्रयासरत है। दुर्घटनावश हुई दुर्घटनाएं को रोकने के लिए तथा आम जनों मे फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए जागरूकता वाहन के माध्यम से पेंच टाईगर रिजर्व जागरूकता लाने का प्रयास कर रहा है।
जागरूकता वाहन के दोनो तरफ लगाये पोस्टर में आम लोगों को जागरूक के लिए हिसंक वन्यप्राणी से बचने के उपाय बताये गये है वहीं यह बताया गया है कि बाघ या अन्य वन्यप्राणी दिखने पर उसके उपर कुछ भी न फेंके, ना ही उसका पीछा करें। अंधेरे में जंगल न जाएं। महुआ बीनने समूह में जांए, अंधेरे में जाते समय टार्च का उपयोग करें। जंगल जाते समय स्पीकर या फोन में गाना बजाएं। वन्यप्राणी द्वारा मवेशी पर हमला करने पर मवेशी को बचाने न जाएं। जंगल में मवेशियों को न चरायें, रात में मवेशियों को गौशाला में रखें, बाघ दिखाई देने पर चेहरा सामने रखकर धीरे-धीरे पीछे हटें। वन विभाग द्वारा मुनादी या सूचना दिए जाने पर जंगल में प्रवेश ना करें। गांव के पास बाघ दिखाई देने पर तुंरत आसपास के व्यक्तियों एवं वन कर्मचारियों को सूचित करें।
जंगलों को आग से बचायें, प्लास्टिक का उपयोग कम करें। वन्यप्राणियों को खाना देना अपराध है , बंदरों या अन्य वन्यप्राणियों को खाना न देवें। महुआ के पेड के नीचे सफाई करें, आग न लगायें। कचरा यहां वहां न फेंके। हाइवे में वन्यप्राणी के दिखने उसे जंगल की ओर जाने का रास्ता देवें। उसका रास्ता रोककर परेशान न करें। यह एक वन अपराध है। आदि संदेश लिखे हुए पोस्टर लगाये गये है।
उपसंचालक पेंच टाईगर रिजर्व रजनीश सिंह ने हिस को बताया कि बीते माह सिवनी जिले में कुछ घटनाऐं ऐसी हुई जहां बाघ ग्रामीण क्षेत्र में आ गए और दो प्रकरणों में एक साउथ डिवीजन और एक पेंच पार्क के क्षेत्र में जनहानि हुई। पेंच प्रबंधन का मानना है कि बाघ आमतौर पर आक्रामक नही होते है पेंच टाईगर रिजर्व में लगभग 80 बाघ है यदि बाघ आक्रामक होते तो रोज कोई न कोई जान गंवाता, लेकिन यह दुर्घटनावश जो दुर्घटनाएं होती है उनको हम रोक सकते है इस प्रयास के साथ हम अलग प्रयास कर रहे है। पेंच प्रबंधन ग्रामों में मुनादी के माध्यम से ,सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनों को वन एवं वन्यप्राणी संरक्षण व हिसंक प्राणी से बचने के लिए जागरूक करने का प्रयास कर रहे है। उसी तौर पर एक पहल की गई साइकिल के द्वारा लोगों को जागरूक करना। यह साइकिल अलग-अलग दिनों में अलग-अलग ग्रामों में भ्रमण करेगी। इस साइकिल में गाना बजता रहेगा और गाने के रूप में लोगों को जागरूक किया जायेगा कि कैसे खुद को सुरक्षित रख सकते है और क्यूं बाघ का हमारे लिए रहना जरूरी है। इन उद्देश्यो को लेकर किये गये यह प्रयास सफल होगा और पेंच प्रबंधन आशा करता है कि भविष्य में दुर्घटनाएं नही होगी ऐसी इच्छा है।
हिन्दुस्थान संवाद