मप्र के गृहमंत्री ने विवादित ट्वीट को लेकर कंपनी के सीईओ को लिखा पत्र

धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले ट्वीट को हटाने और ऐसे अकाउंट प्रतिबंधित करने का किया आग्रह

भोपाल, 8 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को ट्विटर पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले और विवादित पोस्टों को लेकर ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने विवादित ट्वीट को ट्विटर पर आने से रोकने और ऐसे ट्वीट करने वालों के अकाउंट को प्रतिबंधित करने का आग्रह किया है।

गृह मंत्री डा. मिश्रा ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विकृत मानसिकता के लोग धार्मिक भावना को आहत करने के लिए ट्विटर को टूल के रूप में उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने इसको रोकने के लिए ट्विटर कंपनी के सीईओ को एक पत्र लिखा है। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने उक्त पत्र मीडिया से साथ साझा किया है। उन्होंने लिखा है कि ट्विटर वर्तमान में संवाद व सूचनाओं के आदान-प्रदान में वैश्विक महत्व रखता है। पिछले काफी समय से यह देखने में आ रहा है कि कतिपय शरारती तत्व सस्ती लोकप्रियता व त्वरित सफलता की चाह में धार्मिक विषयों पर ऐसी टीका-टिप्पणी या चित्रण ट्विटर के माध्यम से करते हैं, जो पूर्णतः अवांछनीय होने के साथ-साथ सामाजिक समरसता बिगाड़ने और धर्म विशेष की भावनाओं को आहत करने का काम भी करती है।

उन्होंने आग्रह किया है कि इस प्रकार की विषयवस्तु का ट्विटर पर प्रकाशित होने से पूर्व परीक्षण किया जाए और आपत्तिजनक होने की दशा में उसे ट्विटर पर पोस्ट होने से रोका जाए। ऐसे तत्वों को चिन्हित कर उनका अकाउंट भी प्रतिबंधित किया जाए। ऐसी मेरी आपसे गुजारिश है। आशा है कि इस दिशा में आप ठोस कदम उठाएंगे।

इस दौरान गृह मंत्री मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 15 महीने की अपनी सरकार में कमलनाथ ने जिस तरह से भ्रष्टाचार किया, उससे अब अगले 15 साल तक मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में नहीं आने वाली है। प्रदेश की जनता का कांग्रेस पार्टी पर से विश्वास ही उठ गया है।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ने पर प्राइवेट यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स से कोई जुर्माना नहीं वसूला जाएगा। कलेक्टर को पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने मानसून सत्र को आगे बढ़ाने के सवाल पर कहा कि नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के कारण 25 जुलाई से शुरू होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र को अगस्त में करने को लेकर नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह के साथ चर्चा में सहमति बनी है। सत्र को आगे बढ़ाने के लिए राज्यपाल मंगुभाई पटेल से आग्रह करेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान और नगरीय निकाय चुनाव की मतगणना एक ही दिन 18 जुलाई को होने से नेता प्रतिपक्ष डाॅ. गोविंद सिंह से निकाय चुनाव की मतगणना की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग से अनुरोध करने पर भी चर्चा हुई है।

इनपुट- हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

follow hindusthan samvad on :
error: Content is protected !!