वन्यजीवों के संरक्षण का एक प्रयास है इंटरनेशनल बिग कैट एलायंसः प्रधानमंत्री
देश में 3167 बाघ
मैसूर, 09 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि वन्य जीवन का संरक्षण एक यूनिवर्सल मुद्दा है। इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस इस दिशा में ‘बड़ी बिल्लियों’ के संरक्षण एवं रक्षण का एक प्रयास है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को इंटरनेशनल बिग कैट्स एलायंस (आईबीसीए) का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने बाघों की स्टेटस रिपोर्ट जारी की और घोषणा की कि देश में 3167 बाघ हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2019 में उन्होंने ग्लोबल टाइगर डे पर एशिया में अवैध वन्य जीव व्यापार और शिकार के खिलाफ एक गठबंधन का आह्वान किया था। अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलाइंस इसी भावना का विस्तार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए गर्व का विषय है। हम लोगों के लिए और यह और भी सुखद है कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर दुनिया के करीब-करीब 75 प्रतिशत बाघ जनसंख्या भारत में ही हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 वर्ष पूरे होने के स्मरणोत्सव’ कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि हम पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के बीच संघर्ष में विश्वास नहीं रखते बल्कि इनके सह अस्तित्व को महत्व देते हैं। साथ ही भारत एक ऐसा देश है जहां पर प्रकृति का संरक्षण संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि बड़ी बिल्लियों की मौजूदगी से हर जगह स्थानीय लोगों के जीवन और वहां की इकोलॉजी पर सकारात्मक असर पड़ा है। इनकी वजह से टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
प्रधानमंत्री ने प्रोजेक्ट चीता का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हम सबके लिए प्रसन्नता का विषय है कि पिछले दिनों एक मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया है।
इनपुट- हिन्दुस्थान समाचार/अनूप
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